यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले (Russia Ukraine War) का आज नौंवा दिन है। इन नौ दिनों की लड़ाई में कीव तबाह हो गया है। बम और मिसाइलों के धमाके से शहरों की हालत खंडहर जैसी हो गई है।
कीव। यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले (Russia Ukraine War) का आज नौंवा दिन है। इन नौ दिनों की लड़ाई में कीव तबाह हो गया है। बम और मिसाइलों के धमाके से शहरों की हालत खंडहर जैसी हो गई है। हर तरफ बर्बादी की निशानी दिख रही है। रूस की सेना के अधिकतर मुख्य ठिकानों पर कब्जा कर लिया है। राजधानी कीव में अब आखरी लड़ाई की तैयारी हो रही है।
रूसी सेना ने जपोजिरिया न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा कर लिया है। लड़ाई के दौरान न्यूक्लियर प्लांट में आग लग गई थी, जिसे बुझा दिया गया है। रूसी सेना ने खेर्सोन में टीवी टावर पर कब्जा कर लिया है। हवाई हमले से ओख्तिरकास का पावर प्लांट नष्ट हो गया। रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच हुई बातचीत में ह्यूमैनिटेरिअन कॉरिडोर बनाने पर सहमति बनी है। इस कॉरिडोर से युद्ध क्षेत्र के बीच भोजन और दवा पहुंचाने का काम किया जाएगा। आईए जानते हैं जंग के पिछले आठ दिनों में क्या हुआ।
आठवां दिन: राजधानी कीव के अलावा खार्किव सहित कुछ बड़े शहरों में रूसी सेना ने मिसाइलें दागी। बेलारूस पोलैंड सीमा पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच दूसरे दौर की बातचीत हुई। यूक्रेनी सेना के हमले में रूस के टॉप सैन्य अधिकारी मेजर जनरल आंद्रेई सुखोवेत्स्की की मौत हो गई। जर्मनी ने यूक्रेन को 2700 एंटी एयर मिसाइल देने का फैसला किया। रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव को चारों तरफ से घेर लिया। रूसी सेना न्यूक्लियर पावर प्लांट की ओर बढ़ी। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय पर हमला किया गया। UN जनरल असेंबली में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया। भारत समेत 35 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
सातवां दिन: रूस ने मिसाइल ने खार्किव स्थित पुलिस मुख्यालय पर अटैक किया। इस हमले में 21 से अधिक लोगों की मौत हुई। ऐतिहासिक बिल्डिंग ध्वस्त हो गई। खार्किव में रूसी और यूक्रेनी सेना के बीच घमासान लड़ाई हुई। रूसी सेना यूक्रेन पर 400 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। राजधानी कीव सहित कई शहरों में बमबारी हुई। रूसी सैनिकों ने खार्किव शहर में आवासीय भवनों ओर मुख्य टीवी टॉवर पर भी हमला किया। पुतिन के कीव छोड़ने या मरने की चेतावनी के बाद ट्रेन में चढ़ने के लिए भी धक्का-मुक्की हुई। यूक्रेन से बड़ी संख्या में पलायन बढ़ गया। कीव की ओर रूसी सेना का 64 किमी लंबा काफिला बढ़ा।
छठा दिन: रूस ने खारकीव में सरकार के मुख्यालय को हवाई हमला कर उड़ा दिया। खारकीव पर रूस ने कब्जा कर लिया। कीव पर नियंत्रण के लिए रूस ने सबसे बड़ी सैन्य टीम भेजी। काफिला करीब 64 किमी लंबा था। रूस ने खारकीव में नागरिक ठिकानों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी तेज कर दी। इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन संकट को लेकर चर्चा हुई। इसमें 29 देशों से डिबेट के पक्ष में वोटिंग की, जबकि भारत ने वोटिंग में भाग नहीं लिया। 5 देश के इसके खिलाफ रहे और 13 सदस्य तटस्थ रहे।
पांचवां दिन: रूसी सेना को यूक्रेनी सेना ने राजधानी कीव के बाहर रोक कर रखा। रूसी सैनिक यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हो गए। यूक्रेन की सेना से आम लोगों को घरों से नहीं निकलने की हिदायत दी। कीव की सड़कों पर लड़ाई हुई। रूसी सेना ने घुसपैठ की, छापामार लड़ाई में उसको भारी नुकसान उठाना पड़ा। यूक्रेन की राजदूत ओकसाना मार्कारोवा ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ प्रतिबंधित थर्मोबैरिक हथियार का इस्तेमाल किया। रूस ने वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया।
चौथा दिन: रूस ने यूक्रेन के रेडियोएक्टिव वेस्ट फैसिलिटी साइट के पास मिसाइल से हमला किया। इस हमले के बाद आसपास के क्षेत्रों में रेडिएशन का खतरा बढ़ गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने रक्षा प्रमुखों को देश के "प्रतिरोध बलों" को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया। उन्होंने पश्चिमी देशों पर रूस के खिलाफ "असभ्य" कदम उठाने का आरोप लगाया है। रूस के परमाणु हथियारों को न्यूक्लियर डेटेरेंट फोर्स संभालती है। रूस द्वारा की गई बमबारी के चलते यूक्रेन का दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान एंटोनोव-225 जल गया। हमले के समय यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव के पास स्थित होस्टोमेल एयरफिल्ड पर मौजूद था।
तीसरा दिन: लड़ाई यूक्रेन की राजधानी कीव समेत बड़े शहरों में पहुंच गई। कीव में रूस और यूक्रेन की सेना के बीच घमासान लड़ाई हुई। कीव पर कई मिसाइल हमले हुए। इनके चलते कई इमारतें ध्वस्त हो गईं। रूसी सेना द्वारा किए गए हमले से यूक्रेन के 14 एयरफिल्ड और 19 कमांड पोस्ट तबाह हो गए। रूसी सेना ने 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट और संचार केंद्र, 24 एस-300 और ओसा एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन पर हमला किया है। रूसी सेना के हमले में यूक्रेन के 7 लड़ाकू विमान, 7 हेलिकॉप्टर और 9 ड्रोन को मार गिराया गया। यूक्रेन के 87 टैंक और अन्य लड़ाकू बख्तरबंद वाहन, 28 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और विशेष सैन्य वाहनों की 118 इकाइयां नष्ट हो गईं। रूसी नौसेना ने 8 यूक्रेनी सैन्य नौकाओं को नष्ट कर दिया।
दूसरा दिन: रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच गई। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि लड़ाई में रूस के एक हजार से अधिक सैनिकों की मौत हुई। रूस के 80 टैंक यूक्रेनी सेना ने तबाह किए। रूसी सैनिकों ने लगभग 516 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन, 10 विमान और सात हेलीकॉप्टर गंवाए। कीव पर कई मिसाइल हलमे हुए। यूक्रेन की सेना ने रूस के एक लड़ाकू हेलिकॉप्टर को मार गिराया है। यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि उसने रूस के एक विमान को भी मार गिराया।
पहला दिन: यूक्रेन पर हमले के पहले दिन रूसी सेना ने यूक्रेन में 11 एयर फील्ड्स समेत 83 से अधिक सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया। यूक्रेन की 74 सैन्य सुविधाएं पूरी तरह से बर्बाद हो गई। यूक्रेन का एक सैन्य हेलीकॉप्टर और चार ड्रोन मार गिराए गए। यूक्रेन की पुलिस ने कहा कि रूस ने दिन की शुरुआत से अब तक 203 हमले किए। रूस ने चोरनोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा कर लिया। यूक्रेन की राजधानी कीव के अलावा निप्रो और खार्कीव में सेना मुख्यालयों, हवाई पट्टियों और सैन्य वेयरहाउसों पर हमले हुए।