
कीव। यूक्रेन-रूस युद्ध (Russia-Ukraine War) संघर्ष विराम की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। रूस ने जहां यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु उर्जा संयंत्र (Chernobyl Nuclear power plant) को हफ्तों के कब्जे के बाद से छोड़ दिया है, वहीं मारियुपोल (Mariupol) में सीज फायर का ऐलान कर वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए ह्यूमैनिटैरियन कॉरिडोर का भी ऐलान किया है। यूक्रेन ने रूसी सेना के चेरनोबिल न्यूक्लियर पॉवर प्लान्ट को छोड़ने की जानकारी दी है।
न्यूक्लियर पॉवर प्लान्ट एरिया में कोई बाहरी नहीं
यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र को हफ्तों के कब्जे के बाद छोड़ दिया। चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के क्षेत्र में अब कोई बाहरी व्यक्ति नहीं है। इससे पहले दिन में, राज्य की परमाणु कंपनी Energoatom ने कहा कि रूसी सैनिकों ने स्टेशन और अन्य बहिष्करण क्षेत्रों को छोड़ना शुरू कर दिया, जिस पर उन्होंने 24 फरवरी को रूसी आक्रमण की शुरुआत के बाद से कब्जा कर लिया था।
मारियुपोल में फंसे लोगों को भी निकाला जाएगा
मारियुपोल (Port City Mariupol) में फंसे लोगों को निकाले जाने को लेकर भी रूस ने राहत भरा ऐलान किया है। रूस ने कहा कि शुक्रवार सुबह एक मानवीय गलियारा (humanitarian Corridor) खोला जाएगा ताकि नागरिकों को दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन में घिरे बंदरगाह शहर मारियुपोल से बाहर निकलने की अनुमति मिल सके। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सशस्त्र बल 1 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे से मारियुपोल से ज़ापोरिज्जिया के लिए एक मानवीय गलियारे को फिर से खोलेंगे।
फ्रांस और जर्मनी के अनुरोध पर रूस ने किया ऐलान
फ्रांसीसी राष्ट्रपति (इमैनुएल मैक्रॉन) और जर्मन चांसलर (ओलाफ स्कोल्ज़) के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से व्यक्तिगत अनुरोध के बाद निर्णय आया है। Zaporizhzhia आज़ोव सागर पर बंदरगाह शहर के उत्तर-पश्चिम में लगभग 220 किलोमीटर (140 मील) की दूरी पर स्थित है।
यूक्रेन ने कहा कि वह रूसी संघर्ष विराम की घोषणा के बाद मारियुपोल से नागरिकों को निकालने के लिए दर्जनों बसें भेज रहा है। हालांकि, सहायता समूहों का कहना है कि शहर में कम भोजन, पानी या दवा के साथ हजारों नागरिक फंसे हुए हैं, लेकिन मानवीय गलियारे पर सहमत होने के पिछले प्रयास अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद विफल रहे हैं। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर निकासी में बाधा डालने का आरोप लगाया।
यह भी पढ़ें:
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।