
Russia Ukraine Peace Deal: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई बंद हो इसके लिए अमेरिका बातचीत कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोशिश है कि दोनों देश जल्द शांति समझौता करें। उन्हें इस काम में अधिक समय लगाना पसंद नहीं। यही वजह है कि अमेरिका की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर जल्द शांति समझौता पर प्रगति नहीं हुई तो अमेरिका अपने प्रयासों को रोक देगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को कहा कि यदि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करना संभव नहीं है तो अमेरिका को कुछ ही दिनों में अपने प्रयासों को छोड़ देना चाहिए और आगे बढ़ जाना चाहिए। रुबियो फ्रांस की राजधानी पेरिस में यूरोप और यूक्रेन के अधिकारियों के साथ हाई लेवल बैठक करने वाले हैं। उन्होंने कहा, "हमें अब बहुत जल्दी निर्णय लेने की जरूरत है। मैं कुछ दिनों की बात कर रहा हूं। फैसला हो कि यह संभव है या नहीं।"
दरअसल, मार्को रुबियो और अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने गुरुवार को यूरोपीय और यूक्रेनी सहयोगियों के साथ मुलाकात की। इसके बाद रुबियो ने शांति समझौते को लेकर चेतावनी दी। ट्रंप प्रशासन रूस-यूक्रेन जंग समाप्त करने के लिए दबाव बना रहा है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया है कि अमेरिका के शांति योजना की रूपरेखा को वार्ता में "उत्साहजनक स्वागत" मिला है। रुबियो ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी बात की और उन्हें भी यही रूपरेखा बताई।
रुबियो ने कहा कि वह और विटकॉफ पेरिस में युद्ध समाप्त करने के लिए क्या किया जा सकता है, इसकी अधिक साफ रूपरेखा पर चर्चा करने के लिए आए हैं। यह भी देख रहे हैं कि युद्ध समाप्त किया जा सकता है या नहीं।
रुबियो ने कहा, "यदि यह (शांति समझौता) संभव नहीं है। यदि हम इतने दूर हैं कि यह नहीं होने जा रहा है तो मुझे लगता है कि राष्ट्रपति संभवतः उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां वह कहेंगे कि अब यह काम पूरा हो गया है। यह हमारी लड़ाई नहीं है। हमने इसे शुरू नहीं किया है। अमेरिका पिछले तीन साल से यूक्रेन की मदद कर रहा है। हम चाहते हैं कि यह समाप्त हो, लेकिन यह हमारा युद्ध नहीं है।"
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति (ट्रंप) ने इस सरकार के सर्वोच्च स्तर पर 87 दिन बिताए हैं। इस युद्ध को समाप्त करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। अब हम उस बिंदु पर पहुंच रहे हैं जब हमें यह तय करने की आवश्यकता है कि यह संभव है या नहीं। यही कारण है कि हम दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे हैं।"
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