दोनों देशों के दूसरे दौर के शांति वार्ता के दौरान दोनों ओर से अधिकतर बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है। हालांकि, दोनों राष्ट्रपतियों के बीच मुलाकात के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल, रूस ने यूक्रेन को हमले कम करने का वादा किया है।
कीव। यूक्रेन-रूस (Ukraine-Russia) के बीच शांति वार्ता (peace talks) के दूसरे दौर में फिलहाल सीजफायर पर सहमति नहीं बनी है। हालांकि, रूस ने यह वादा किया है कि वह अपने हमला को कम करेगा। वह कीव (Kyiv) और उत्तरी यूक्रेन (North Ukraine) के आसपास सैन्य अभियानों की गति को धीमी करने पर विचार कर रहा है। रूसी प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कीव के साथ शांति समझौते के लिए अभी काफी वक्त लग सकता है।
इन क्षेत्रों में भी हमले कम करने का वादा
रूसी वार्ताकारों ने मंगलवार को इससे पहले यूक्रेन की राजधानी कीव और उत्तरी शहर चेर्निहाइव के आसपास सैन्य गतिविधियों को तेजी से कम करने का वचन दिया था। रूस के इस रूख के बाद ऐसा माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच शांति समझौतों की दिशा में ठोस प्रगति हो रही है। रूसी टीम के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने TASS समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में कहा, "यह युद्धविराम नहीं है, लेकिन यह हमारी आकांक्षा है, धीरे-धीरे कम से कम इन मोर्चों पर संघर्ष को कम करने के लिए हम प्रयास करेंगे।"
दोनों देशों की राष्ट्रपतियों की मीटिंग के बाद डी-एस्केलेशन
मेडिंस्की ने कहा कि रूस ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों की एक संभावित बैठक के लिए सहमत होकर एक दूसरा बड़ा डी-एस्केलेटरी कदम उठाया था, उसी समय एक शांति समझौता शुरू किया गया था। उन्होंने कहा, "हालांकि, पारस्परिक रूप से स्वीकार्य आधार पर इस तरह के समझौते को तैयार करने के लिए, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है।"
बता दें कि पहले दौर की शांति वार्ता के दौरान कोई खास प्रगति नहीं देखने को मिली थी। हालांकि, वार्ता में मध्यस्थता कर रहे तुर्की के राष्ट्रपति एर्दाेगन ने यह दावा किया था कि दोनों पक्षों में छह बिंदुओं में से चार पर सहमति बन चुकी थी। उन्होंने दूसरे दौर की वार्ता के दौरान यह कहा था कि इस बार दोनों देशों के बीच समझौता हो जाएगा। अब रूस के हमला करने के वादा के बाद यह सहज अंदाजा लगाया जा रहा है कि वार्ता सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ रहा।
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