Russia Ukraine War: बुका में यू सड़कों पर पड़ी हैं लाशें, 40 दिन में 3400 से अधिक लोग मारे गए

Published : Apr 04, 2022, 09:08 AM ISTUpdated : Apr 04, 2022, 09:11 AM IST
Russia Ukraine War: बुका में यू सड़कों पर पड़ी हैं लाशें, 40 दिन में 3400 से अधिक लोग मारे गए

सार

रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) की कई दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। यूक्रेन का आरोप है कि रूसी सेना ने बुका शहर में नागरिकों के हाथ बांधकर सिर में गोली मार दी। बता दें कि युद्ध को 4 अप्रैल को 40 दिन हो गए हैं। हालांकि रूस ने बुका अत्याचारों(Bucha atrocities) के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। 

वर्ल्ड न्यूज. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia Ukraine War) को 4 अप्रैल को 40 दिन हो गए हैं। इस बीच कई दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। यूक्रेन का आरोप है कि रूसी सेना ने बुका शहर में नागरिकों के हाथ बांधकर सिर में गोली मार दी। पहली तस्वीर बुका(Bucha) की है। यहां रूसी सेना की गोलीबारी में कई नागरिकों की मौत हो गई। शव सड़कों पर पड़े हैं और इमारतों के पीछे फेंके गए हैं। अधिकांश के सिर में गोली लगने के घाव हैं। कुछ ने हाथ पीठ के पीछे बांधे हुए हैं। दूसरी तस्वीर कीव के पास गोस्टोमेल हवाई अड्डे(Gostomel airport) की है, जहां एक विमान AN-225 Mriya को नष्ट कर दिया गया। हालांकि रूस ने बुका अत्याचारों(Bucha atrocities) के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। अमेरिका में रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव(Anatoly Antonov) ने 3 अप्रैल को रूसी राज्य द्वारा संचालित TASS समाचार एजेंसी से कहा कि बुका में रूसी अत्याचारों की रिपोर्ट झूठी है। यानी आरोप झूठे हैं। 

यह भी पढ़ें-यूक्रेन के सबसे बड़े कालासागर बंदरगाह पर रूस का मिसाइल अटैक, मीलों दूर तक दिखीं आग की लपटें

3400 से अधिक लोग मारे गए
संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार एजेंसी(UN human rights agency) के अनुसार, यूक्रेन में 1,417 नागरिक मारे गए, 2,038 घायल हुए हैं। इनमें मारियुपोल और इरपिन शहर के लोग शामिल नहीं हैं। रूस के चौतरफा युद्ध शुरू होने के बाद से कुल 3,455 नागरिक हताहत हुए हैं। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि मारियुपोल, इरपिन, इज़ियम और वोल्नोवाखा सहित शहरों को जोड़ें, तो आंकड़े काफी अधिक हैं। 

यह भी पढ़ें-बदहाल श्रीलंका को 50 दिन में 2 लाख टन डीजल दिया, जेट फ्यूल और राशन की खेप भी पहुंचा रहा भारत

रूसी सेना ओब्लास्ट से पीछे हटी
सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर दिमित्रो ज़्य्वित्स्की( Dmytro Zhyvytsky) के अनुसार, रूसी सेना सूमी ओब्लास्ट छोड़ रही है। ज़्य्वित्स्की ने बताया कि रूसी सेना सूमी ओब्लास्ट से हट रही है और अपने उपकरण अपने साथ ले जा रही है। दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों और क्षेत्रीय रक्षा बटालियनों ने उन्हें चेर्निहाइव ओब्लास्ट के माध्यम से दूर धकेल दिया है। ज़्य्वित्स्की ने चेतावनी देते हुए कहा कि रूसियों के छोटे समूह अभी भी आसपास हो सकते हैं।

यह भी पढ़ें-गली में पड़ी थी इस हाल में 20 लाशें, तबाह हो चुके शहर में लाशों की कहानी जानकर कोई भी हो जाएगा शाक्ड

खार्किव में 7 लोगों की मौत
खार्किव में 3 अप्रैल की गोलाबारी में कम से कम 7 की मौत और 34 लोगों के घायल होने की खबर है। क्षेत्रीय अभियोजक के कार्यालय( regional prosecutor’s office) के अनुसार, रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर स्लोबिडस्की जिले में एक रिहायशी इलाके में शाम करीब छह बजे गोलीबारी की, जिसमें 10 आवासीय इमारतों और एक ट्रॉलीबस डिपो को नुकसान पहुंचा। घायलों में तीन बच्चे भी शामिल हैं।

43 रूसी सैन्य वाहन बर्बाद करने का दावा
यूक्रेन की सैन्य रिपोर्ट ने दावा किया है कि उसने 43 रूसी सैन्य वाहनों को नष्ट कर दिया। यूक्रेनी सेना ने बख्तरबंद वाहनों की दो इकाइयों को भी नष्ट कर दिया और दो विमानों को मार गिराया, जिनमें से एक मानव रहित हवाई वाहन था। साथ ही एक इल्यूशिन आईएल -22 विमान( Ilyushin Il-22 aircraft) भी था।

मारियुपोल में डेढ़ लाख लोगों के फंसे होने की आशंका
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) ने दावा किया है कि मारियुपोल में करीब डेढ़ लाख लोग फंसे हुए हैं। 3 अप्रैल को CBS के साथ एक साक्षात्कार में ज़ेलेंस्की ने कहा कि मारियुपोल से मानवीय गलियारों के संबंध में रूसी कब्जे वाले बलों के साथ एक समझौते पर पहुंचना संभव नहीं था। 

मोतिजिन के मेयर और उनकी फैमिली की हत्या
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, कीव से 50 किमी दूर मोतिज़िन के मेयर को उनके पति और बेटे के साथ एक मार दिया गया। ओल्गा सुखेंको(Olga Sukhenko) और उनके परिवार को कथित तौर पर गोली मारकर जंगल में एक गड्ढे में फेंक दिया गया था। सुखेंको और उनके परिवार को 23 मार्च को रूसियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था।

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

न्यूयॉर्क फायर ट्रेजेडी: भारतीय छात्रा की नींद में मौत, पड़ोसी बिल्डिंग से कैसे कमरे तक पहुंची आग?
अलास्का-कनाडा बॉर्डर पर 7.0 मैग्नीट्यूड का भूकंप, 20+आफ्टरशॉक्स का अलर्ट-क्या और झटके आएंगे?