
Trump Targets India and Russia: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और रूस से तेल व सैन्य उपकरण खरीद के लिए अतिरिक्त 'जुर्माना' लगाने की घोषणा के एक दिन बाद कहा है कि उन्हें परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ कैसे रिश्ते रखता है। राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल पर कहा, "मुझे परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है। वे अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को साथ ले डूब सकते हैं।"
राष्ट्रपति ट्रंप ने ये भी कहा कि भारत सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत के उच्च टैरिफ और गैर-मौद्रिक बाधाओं की वजह से भारत के साथ कारोबार कठिन है। ट्रंप ने कहा कि 2024 में भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा 45.8 बिलियन डॉलर था।
ट्रंप ने ये भी कहा कि भारत के रूस से सैन्य उपकरण और 35% कच्चे तेल के आयात करके यूक्रेन में युद्ध को बढ़ावा देता है। ट्रंप ने कहा, “हमने भारत के साथ बहुत कम कारोबार किया है, भारत के टैरिफ बहुत ज्यादा हैं, दुनिया में सबसे ज्यादा में से एक हैं। ऐसे ही, रूस के साथ हमारा कोई कारोबार नहीं है। चलिए ठीक है, चीजों को ऐसा ही रखते हैं।” ट्रंप ने कहा, “याद रखें, जबकि भारत हमारा दोस्त है, बावजूद इसके पिछले सालों में हमने बहुत कम कारोबार किया है क्योंकि भारत के टैरिफ बहुत ज्यादा हैं। भारत के साथ व्यापार करने में कई गैर-मौद्रिक बाधाएं भी हैं।” वहीं भारत ये कई बार कह चुका है कि वह अपने आर्थिक हितों को आगे रखकर कारोबार करता है और अपन नागरिकों के लिए सबसे बेहतर सौदा चाहता है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पश्चिमी देशों के दोहरे मापदंड की आलोचना करते हुए कहा कि भारत वही करेगा जो उसके राष्ट्रीय हितों में है और भारतीय नागरिकों के लिए बेहतर है। पश्चिमी देशों के दोहरे मापदंडों की आलोचना करते हुए जयशंकर ने कहा, "यूरोप की समस्याएं विश्व की समस्याएं हैं, लेकिन विश्व की समस्याएं यूरोप की नहीं"। ट्रंप ने रूस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान सुरक्षा परिषद उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव को भी चेतावनी दी है। मेदवेदेव ने ट्रंप की 'अल्टीमेटम रणनीति' को युद्ध की ओर कदम बताया था।
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ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए रूस को दी गई 50 दिन की समयसीमा को भी घटाकर 10-12 दिन कर दिया है। वहीं, ट्रंप के टैरिफ की घोषणा के बाद जारी एक बयान में भारत सरकार ने कहा है कि वह इसका अध्ययन कर रही है और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगी। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, "भारत और अमेरिका पिछले कुछ महीनों से निष्पक्ष और पारस्परिक लाभकारी व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। हम इस लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ तेल भंडार विकास के लिए समझौता भी किया है। इसके बारे में उन्होंने ट्रुथ सोशल पर जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के तेल भंडारों को विकसित करेगा और एक दिन पाकिस्तान भारत को तेल बेचेगा। ट्रंप ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
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