फिलीपींस में 7.5 तीव्रता से भूकंप के बाद अब सुनामी का अलर्ट, अमेरिकी सुनामी सिस्टम ने किया सावधान

यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने कहा कि शनिवार को फिलीपींस के मिंडानाओ में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया।

Dheerendra Gopal | Published : Dec 2, 2023 3:35 PM IST / Updated: Dec 02 2023, 09:38 PM IST

Tsunami after heavy earthquake in Philippines: फिलीपींस में शनिवार को 7.5 तीव्रता के साथ भूकंप आया है। भूकंप के बाद अब अमेरिकी सुनामी सिस्टम ने सुनामी का अलर्ट जारी किया है। प्रशांत क्षेत्र के रिंग ऑफ फायर में स्थित फिलीपींस में आए दिन भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहते हैं।

ईएमएससी ने भूकंप की दी जानकारी

यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (EMSC) ने कहा कि शनिवार को फिलीपींस के मिंडानाओ में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया। मिंडानाओ में आया यह भूकंप 63 किमी (39 मील) की गहराई पर था।

सुनामी की अब चेतावनी

फिलीपींस में भूकंप के बाद अब सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है।

बीते महीने भूकंप से 8 लोगों ने गंवाई थी जान

दक्षिण फिलीपींस में पिछले महीने 6.7 तीव्रता के भूकंप आया था। इस भूकंप में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी। 17 नवंबर के भूकंप में मौतें सारंगानी, दक्षिण कोटाबेटो और दावाओ ऑक्सिडेंटल प्रांतों से हुईं। इस भूकंप में 13 लोग घायल हो गए। भूकंप की वजह से काफी लोग दहशत में आ गए। भूकंप की वजह से 50 से अधिक घरों और अन्य इमारतों को नुकसान पहुंचा।

फिलीपींस में आए दिन आता रहता है भूकंप

फिलीपींस, प्रशांत क्षेत्र के रिंग ऑफ फायर में स्थित है। यहां अक्सर भूकंप के तेज झटके महसूस किए जाते रहते हैं। यह दुनिया का सबसे अधिक भूकंपीय क्षेत्र है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण में फिलीपींस को दुनिया में सबसे अधिक भूकंपीय और ज्वालामुखीय रूप से सक्रिय क्षेत्र के रूप में वर्णित किया गया है।

क्या कहती है भूकंप पर ये रिसर्च?

ऑस्ट्रेलिया के भूविज्ञानी रॉबर्ट बस्ट ने इसे लेकर 2012 में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट पेश की थी। इस रिसर्च में दावा किया गया था कि चांद का गुरुत्वाकर्षण अब पृथ्वी पर पहले से ज्यादा असर डालने लगा है। ये तो सभी जानते हैं कि चांद के गुरुत्वाकर्षण से समुद्र में ज्वार-भाटा आता है, लेकिन ये कम लोग जानते होंगे कि सूर्य और चंद्रमा के इसी गुरुत्वाकर्षण बल से धरती के नीचे मौजूद परतों में भी हलचल होती है। रॉबर्ट के मुताबिक ये एक खतरनाक कनेक्शन है।

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