तुर्किए में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) को जीत मिली है। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय एकता की अपील की है।
इस्तांबुल। तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने चुनाव जीत लिया है। इसके साथ ही 2028 तक उनके राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो गया है। चुनाव जीतने के बाद सोमवार को एर्दोगन ने राष्ट्रीय एकता की अपील की।
69 साल के एर्दोगन को चुनाव में हराने के लिए विपक्षी दलों ने गठबंधन किया था, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। एर्दोगन के शासनकाल में तुर्किए ने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना किया। इसी साल फरवरी में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भी एर्दोगन सरकार की आलोचना हुई थी। इसके बाद भी वह अपनी सरकार बचाने में कामयाब रहे। चुनाव में जीत की घोषणा के बाद एर्दोगन ने कहा, "हमें भाईचारा के साथ एकजुट होना है। मैं दिल से इसके लिए आह्वान कर रहा हूं।"
जो बाइडेन ने कहा-एर्दोगन के साथ काम जारी रखने को उत्सुक हूं
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एर्दोगन की जीत पर ट्वीट किया, "मैं द्विपक्षीय मुद्दों और साझा वैश्विक चुनौतियों पर नाटो सहयोगियों के रूप में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।" संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा, "गुटेरेस तुर्किए और संयुक्त राष्ट्र के बीच सहयोग को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।"
व्लादिमीर पुतिन ने कहा-स्वतंत्र विदेश नीति के चलते हुई एर्दोगन की जीत
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ऐसा चुनाव परिणाम एर्दोगन द्वारा तुर्किए की संप्रभुता को मजबूत करने और स्वतंत्र विदेश नीति को आगे बढ़ाने के प्रयासों के चलते आया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा, " वह यूरोप की सुरक्षा और स्थिरता के लिए एर्दोगन के साथ काम करना जारी रखना चाहते हैं।"
एर्दोगन को मिले 52.14 प्रतिशत वोट
रविवार को हुए रनऑफ चुनाव में एर्दोगन को 52.14 प्रतिशत वोट मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी केमल किलिकडारोग्लू को 47.86 प्रतिशत वोट मिले। 14 मई को राष्ट्रपति चुनाव के पहले दौर का आयोजन हुआ था। एर्दोगन को 49.5 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, किलिकडारोग्लू को 45.5 फीसदी वोट मिले थे।