बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के छात्र भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें एयरलिफ्ट किया जाए। भारत सरकार ने भी छात्रों की मदद के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनातनी (Russia Ukraine Conflict) कम नहीं हो रही है। रूस ने अपने कुछ सैनिकों को सीमा से बुलाने का दावा किया है। टैंक और अन्य भारी हथियारों के साथ सैनिकों के सीमा से पीछे हटने की तस्वीरें भी सामने आईं हैं, लेकिन अब भी यूक्रेन को रूस पर भरोसा नहीं कि वह हमला नहीं करेगा।
रूस के आक्रमण के खतरे को देखते हुए यूक्रेन में रह रहे विदेशी अपने-अपने देश लौट रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में भारत के छात्र पढ़ाई करने जाते हैं। मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन छात्रों की पसंदीदा जगह है, लेकिन अब युद्ध के खतरे के चलते उनका जीवन संकट में पड़ गया है। बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के छात्र भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें एयरलिफ्ट किया जाए। भारत सरकार ने छात्रों की मदद के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
भारत सरकार कर रही ये उपाय
केंद्र सरकार ने विदेश मंत्रालय के साथ ही यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास में स्पेशल कंट्रोल रूम बनाए हैं। 24 घंटे चल रहे इन कंट्रोल रूम से यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों की समस्या सुलझाने में मदद की जा रही है। इसके साथ ही केंद्र सरकार यूक्रेन से भारत के लिए ज्यादा फ्लाइट्स का इंतजाम भी कर रही है।
ये हैं हेल्पलाइन नंबर
नहीं मिल रहे फ्लाइट्स के टिकट
बता दें कि यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास को लगातार ऐसे कॉल आ रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि भारत जाने वाली फ्लाइट्स के टिकट नहीं मिल रहे हैं। भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है। छात्रों को सलाह दी गई है कि वे घबराएं नहीं, बल्कि भारत की यात्रा के लिए जल्द से जल्द उपलब्ध और सुविधाजनक उड़ानें बुक करें। वर्तमान में यूक्रेन से भारत के लिए यूक्रेनी इंटरनेशनल एयरलाइंस, एयर अरबिया, फ्लाई दुबई और कतर एयरवेज उड़ानें संचालित कर रही हैं।
भारतीय दूतावास ने कहा है कि अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए निकट भविष्य में और अधिक उड़ानों की योजना बनाई जा रही है, जिसमें यूक्रेनी इंटरनेशनल एयरलाइंस, एयर इंडिया आदि शामिल हैं। इसकी पुष्टि होने पर दूतावास द्वारा विवरण साझा किया जाएगा।
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