यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने दूसरे दौर की वार्ता के पहले NATO से दूरी बनाने के दिए संकेत

Published : Mar 28, 2022, 05:32 AM IST
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने दूसरे दौर की वार्ता के पहले NATO से दूरी बनाने के दिए संकेत

सार

रूस-यूक्रेन युद्ध को एक महीना से अधिक समय हो चुका है। लाखों लोग यूक्रेन के कई बड़े शहरों में फंसे हुए हैं। युद्ध को रोकने के लिए यूक्रेन अब अपनी जिद छोड़ रूस की बात मानने को तैयार होता दिख रहा है। 

कीव। रूस के हमले (Russian invasion) को रोकने के लिए यूक्रेन ने तटस्थता (Ukraininan neutrality) की मांग को मानने के लिए विचार करना शुरू कर दिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने कहा कि रूस की मांग पर सरकार विचार कर रही है। ज़ेलेंस्की ने कई स्वतंत्र रूसी समाचार संगठनों के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कहा, "यह बिंदु मेरे लिए समझ में आता है और इस पर चर्चा की जा रही है, इसका सावधानीपूर्वक अध्ययन किया जा रहा है।"

रूसी में अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान का विरोध

नई वार्ता, सोमवार या मंगलवार को तुर्की में शुरू हो रही है। रूसी सेना ने कहा कि यह पूर्वी यूक्रेन पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर देगी। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने वारसॉ में यह कहकर आने वाली वार्ता को बिगाड़ दिया होगा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सत्ता में नहीं रह सकते। हालांकि, व्हाइट हाउस ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान को वापस लेने की कोशिश की थी। पर मास्को में इस बयान को लेकर आक्रोश फैला। 

फ्रांस राष्ट्रपति ने भी सचेत किया

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) ने पश्चिमी देशों को सचेत किया कि बयान देने या कार्रवाई में सोच समझ कर फैसला किया जाना चाहिए। लापरवाहीपूर्ण बयान, तबाह हुए बंदरगाह शहर मारियुपोल से नागरिकों को निकालने पर सहमत होने के लिए पुतिन के साथ बातचीत में उनके प्रयासों को नुकसान पहुंचा सकती है। न तो तीव्र कूटनीति और न ही लगातार बढ़ते प्रतिबंधों ने पुतिन के इरादे बदल सका है। 

यूक्रेन को दो हिस्सों में बांटने के प्रयास में रूस

उधर, यूक्रेन के खुफिया प्रमुख कायरलो बुडानोव ने कहा कि पुतिन कोरिया की तरह देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। वह कब्जे वाले और निर्जन क्षेत्रों के बीच एक अलगाव रेखा लागू करना चाह रहे। उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि कीव पर कब्जा करने और यूक्रेन की सरकार को हटाने में विफल रहने के बाद, पुतिन अपनी मुख्य परिचालन दिशा बदल रहे हैं। वह यूक्रेन में दक्षिण और उत्तर कोरिया की तरह दक्षिण और उत्तर को स्थापित करने का प्रयास कर रहे।

नाटो में शामिल होने के कीव के प्रयासों से विफरा रूस

24 फरवरी को यूक्रेन में अपने सैनिकों के घुसने से पहले ही पुतिन की एक प्रमुख मांग यह थी कि वह अंततः नाटो में शामिल होने के अपने घोषित इरादे को त्याग दें। क्रेमलिन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि स्वीडन और ऑस्ट्रिया ने तटस्थता के मॉडल पेश किए हैं जिन्हें यूक्रेन अपना सकता है। लेकिन कीव ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और रूसी पत्रकारों के साथ अपने साक्षात्कार में, ज़ेलेंस्की ने पुतिन पर बातचीत को खींचने और संघर्ष को लंबा करने का आरोप लगाया था।

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