
नई दिल्ली. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) के अमेरिकी दौरे के बाद दोनों देशों के बीच आपसी समझ और रिश्तों में और मजबूती आई है। अब 6 अक्टूबर को अमेरिकी उप विदेश मंत्री (deputy foreign minister) वेंडी शेरमेन (Wendy Sherman) भारत के दौरे पर आ रही हैं। इस दौरे पर वे भारत के साथ द्विपक्षीय बैठकों, नागरिक समाज की घटनाओं और भारत विचार शिखर सम्मेलन की एक सीरिज में शामिल होंगी।
पिछले दिनों विदेश सचिव ने अमेरिका में वेंडी से मुलाकात की थी
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद आतंकवाद और अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने पिछले दिनों विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला(Harshvardhan Shringla) ने अमेरिका में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के अलावा वेंडी शेरमेन से भी मुलाकात की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने tweet करके लिखा था-‘विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मुलाकात की। इसमें द्विपक्षीय संबंधों और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा हुई। वहीं, शेरमेन के साथ बैठक के दौरान विदेश सचिव ने स्वास्थ्य सेवा, रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा सहित अन्य क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर महत्वपूर्ण चर्चा की।
अफगानिस्तान संकट के बाद भारत और अमेरिकी की बैठकें काफी महत्वपूर्ण हैं
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद आतंकवाद का खतरा बढ़ गया है। तालिबान को पाकिस्तान और चीन को छोड़कर ज्यादातर देश मान्यता देने के पक्ष में नहीं हैं। इस मामले में भारत और अमेरिका का रुख स्पष्ट है।
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मोदी के अमेरिकी दौरे ने दोनों देशों के रिश्तों में एक नई जान फूंकी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे ने भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में एक नई जान फूंकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM MOdi) ने अमेरिकी दौरे पर संयुक्त राष्ट्र की साधारण सभा (UNGA) में आतंकवाद से लेकर कोरोना तक सभी मुद्दों पर अपनी बात रखी। मोदी ने स्पष्ट कहा था कि भारत का विकास दुनिया का विकास है अगर भारत विकास करेगा तो दुनिया विकास करेगी।
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