Explainer: हर वक्त ट्रम्प के साथ रहेगा न्यूक्लियर फुटबॉल, जानें क्या है इसमें

Published : Jan 20, 2025, 02:16 PM ISTUpdated : Jan 20, 2025, 02:33 PM IST
Nuclear Football

सार

डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के साथ ही उन्हें अमेरिका के परमाणु हथियारों की जिम्मेदारी मिल जाएगी। 'न्यूक्लियर फुटबॉल' नामक एक विशेष ब्रीफकेस हमेशा उनके साथ रहेगा, जिसमें परमाणु हमले के आदेश देने की शक्ति होती है।

वर्ल्ड डेस्क। ड्रोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। इसके साथ ही उन्हें अमेरिका के सभी परमाणु हथियारों को संभालने की जिम्मेदारी मिल जाएगी। परमाणु हथियार चलाने का फैसला सिर्फ राष्ट्राध्यक्ष ले सकते हैं। जरूरत पड़ते ही राष्ट्रपति परमाणु हथियार चला सकें इसके लिए न्यूक्लियर फुटबॉल नाम का सिस्टम हर वक्त उनके पास रहता है। ड्रोनाल्ड ट्रम्प के साथ भी 24 घंटे यह सिस्टम रहेगा। जानें क्या है न्यूक्लियर फुटबॉल...

न्यूक्लियर फुटबॉल, असल में कोई फुटबॉल या फुटबॉल की तरह दिखने वाला गोल सामान नहीं है। यह राष्ट्रपति का इमरजेंसी बैग है। चमड़े का यह ब्रीफकेस हर समय राष्ट्रपति के पास रहता है। राष्ट्रपति जहां भी जाते हैं एक सैन्य सहायक इसे ले जाता है। यह कभी भी राष्ट्रपति से दूर नहीं रहता।

कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम है न्यूक्लियर फुटबॉल

अमेरिका का न्यूक्लियर फुटबॉल गुप्त कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम है। इसका इस्तेमाल परमाणु हथियार इस्तेमाल करने के फैसले पर राष्ट्रपति के नियंत्रण को सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। न्यूक्लियर फुटबॉल के अंदर ऐसे कोड रखे जाते हैं, जिससे राष्ट्रपति की पहचान हो। यह राष्ट्रपति को कमांडर इन चीफ के रूप में नेशनल मिलिट्री कमांड सेंटर से जोड़ती है। यह सेंटर अमेरिकी सेना के मुख्यालय पेंटागन के नीचे स्थित एक परमाणु बंकर है। इसे इस तरह बनाया गया है कि परमाणु हमले के समय भी काम करता रहे। इस बंकर में मौजूद लोग न्यूक्लियर अटैक होने पर भी बच सकते हैं।

न्यूक्लियर फुटबॉल में रखा जाता है ब्लैक बुक

न्यूक्लियर फुटबॉल के अंदर ब्लैक बुक रहता है। इसमें दस्तावेजों का गुप्त सेट रहता है। इससे राष्ट्रपति को परमाणु हमला करने के विकल्प मिलते हैं। ब्लैक बुक में बताया गया होता है कि आवश्यक होने पर किन लक्ष्यों पर हमला करना है। इसके लिए कौन सी डिलीवरी प्रणाली का इस्तेमाल करना है। इसे ब्लैक बुक इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके इस्तेमाल से बहुत सारी मौतें होंगी। न्यूक्लियर फुटबॉल हमेशा अमेरिका के राष्ट्रपति के कुछ फीट के दायरे में रहता है।

यह भी पढ़ें- दुनिया के सबसे सुरक्षित प्लेन में सवार होंगे ट्रम्प, क्यों खास है Air Force One?

अमेरिका के पास हैं 5,177 परमाणु हथियार

अमेरिका दुनिया का एकमात्र देश है जिसने अभी तक परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया है। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस समय अमेरिका के पास करीब 5,177 परमाणु हथियार हैं। इनमें से करीब 1,770 को तैनात किया गया है। 1930 हथियारों को रिजर्व रखा गया है। जिन 1,770 परमाणु हथियारों को तैनात किया गया है उनमें से 400 जमीन से जमीन पर मार करने वाले इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल हैं। 970 सबमरीन से लॉन्च किए जाने वाले बैलिस्टिक मिसाइल हैं। 300 परमाणु बम अमेरिका के एयर बेस पर रखे गए हैं। वहीं, 100 परमाणु बम यूरोप में स्थित अमेरिकी बेस में रखे गए हैं।

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

बैटरी से निकली चिंगारी ने ली 20 जान, एक प्रेगनेंट महिला भी शामिल- देखें इंडोनेशिया आग का VIDEO
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा से खुश क्यों है अमेरिका और चीन? जानें सबसे बड़ी वजह