अमेरिकी विदेश मंत्री ने वियतनाम दौरे के साथ एशिया में चीन विरोधी यात्रा समाप्त की , चीन को दिया सख्त संदेश

Published : Oct 31, 2020, 05:17 AM ISTUpdated : Oct 31, 2020, 05:20 AM IST
अमेरिकी विदेश मंत्री ने वियतनाम दौरे के साथ एशिया में चीन विरोधी यात्रा समाप्त की , चीन को दिया सख्त संदेश

सार

अगले महीने नवंबर में अमेरिका में आम चुनाव होना है। अमेरिकी चुनाव से ठीक पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अपने वियतनाम दौरे के साथ ही एशिया में चीन विरोधी यात्रा खत्म कर रहे हैं। बता दें कि उन्होंने भारत, श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया में भी चीन विरोधी रुख को लेकर ट्रंप प्रशासन की चिंताएं सभी के सामने रखीं हैं।

वियतनाम. अगले महीने नवंबर में अमेरिका में आम चुनाव होना है। अमेरिकी चुनाव से ठीक पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अपने वियतनाम दौरे के साथ ही एशिया में चीन विरोधी यात्रा खत्म कर रहे हैं। बता दें कि उन्होंने भारत, श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया में भी चीन विरोधी रुख को लेकर ट्रंप प्रशासन की चिंताएं सभी के सामने रखीं हैं। वियतनाम में पोम्पियो ने दक्षिण सागर में चीन के समुद्री दावों को एक बार पूरी तरह से खारिज कर दिया है।

दरअसल, अमेरिका और वियतनाम के बीच रिश्ते बनने के 25 साल पूरे होने के मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो वियतनाम पहुंचे हैं। यहां भी अमेरिकी विदेश मंत्री ने कोरोना महामारी से निपटने के चीनी तरीकों और मानवाधिकारों पर उसके रिकॉर्ड की तीखी आलोचना की।उन्होंने कहा, चीन अपने छोटे पड़ोसी देशों के साथ आक्रामक तरीका अपना रहा है जिससे पूरे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हो रही है। 

चीन पड़ोसियों से उनकी संप्रभुता छीनने की कोशिश में - पोम्पियो
अपनी वियतनाम यात्रा के दौरान उन्होंने दक्षिण चीन सागर में वियतनाम के दावे पर अमेरिकी सहयोग को दोहराया और कहा कि चीन पड़ोसी देशों से उनकी संप्रभुता छीनने की कोशिश कर रहा है जो अस्वीकार्य है। इसके साथ ही उन्होंने दक्षिण चीन सागर में चीनी दावों को सिरे से खारिज कर दिया।

टू प्लस टू वार्ता में चीन पर क्या कहा पोम्पियो ने?
भारत और अमेरिका के बीच हाल ही में संपन्न हुई टू प्लस टू वार्ता के बारे में अमेरिका के प्रभावशाली रिपब्लिकन सीनेटर केविन क्रैमर ने दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के ट्रंप प्रशासन के प्रयासों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच के संबंधों को मजबूत करने से दोनों देश सुरक्षित रहेंगे और इससे चीन और रूस जैसे विरोधियों को एक स्पष्ट और सख्त संदेश जाएगा।

दक्षिण सागर में सुनिश्चित बढ़ाएंगे
गौरतलब है कि दक्षिण सागर में चीन के नापाक मंसूबों पर नजर रखने के लिए अमेरिका और इंडोनेशिया ने नटुना द्वीप के विकास में सहयोग का निर्णय लिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इंडोनेशियाई विदेश मंत्री से जकार्ता में बात करते हुए अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में चीनी दावों को चुनौती दी। नटुना द्वीपों पर चीन का इंडोनेशिया से क्षेत्रीय विवाद है। इसके अलावा अमेरिका क्वाड देशों के समूह के तहत भी हिंद - प्रशांत महासागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना चाहता है। इसी संदर्भ में हाल ही में जापान के टोक्यो में इस समूह के सभी देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों ने मुलाकात की थी।

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