सार
झेजियांग. एक महिला को अपनी प्रेग्नेंसी का पता ही नहीं चला। कब तक पता नहीं चला? डिलीवरी के चार घंटे पहले तक! इस महिला को पता चला कि वो 8.5 महीने की गर्भवती है। पूरे 8.5 महीने उसने दूसरी महिलाओं की तरह सारे काम किए। खासकर वजन कम करने के लिए सुबह-शाम एक्सरसाइज भी की। उसे इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि उसके पेट में एक बच्चा पल रहा है। गर्भावस्था के कोई भी लक्षण या बदलाव उसमें नज़र नहीं आए। ब्लड प्रेशर बढ़ने पर जब वो अस्पताल गई, तब जाकर उसे पता चला कि वो 8.5 महीने की गर्भवती है। डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन किया और अब माँ-बेटी दोनों स्वस्थ हैं।
यह घटना चीन के झेजियांग प्रांत की है। इस महिला की कहानी कई लोगों के लिए नई उम्मीद जगा सकती है। महिला का नाम गांग है। उसकी शादी को कई साल हो चुके थे। पति-पत्नी के बीच प्यार था, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी बच्चे नहीं हुए। डॉक्टरों ने कई कारण बताए, जैसे स्वास्थ्य समस्याएँ, जीवनशैली आदि। सलाह के अनुसार सबकुछ करने के बाद भी उन्हें संतान सुख नहीं मिला। इसलिए उन्होंने IVF ट्रीटमेंट शुरू कर दिया।
इलाज के तहत, डॉक्टरों ने पहले वजन कम करने की सलाह दी। डॉक्टरों से मिलकर लौटे दंपति ने बच्चे की उम्मीद छोड़ दी थी। उन्हें लगा कि वजन कम करके इलाज करवाते-करवाते उनकी उम्र निकल जाएगी और नई स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा हो जाएँगी। इसलिए उन्होंने बच्चा पैदा करने का विचार त्याग दिया।
महिला ने बच्चे का विचार तो छोड़ दिया था, लेकिन दंपति ने वजन कम करने के बाद इलाज जारी रखने की बात की। इसके बाद महिला ने जिम, वाकिंग, जॉगिंग शुरू कर दी। इस दौरान, उन्होंने डॉक्टरों से संपर्क करके ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्मोन आदि की जाँच करवाई। सबकुछ सामान्य था। इसलिए उनका जीवन सामान्य रूप से चल रहा था। इसी बीच, गांग की तबियत बिगड़ गई। वो स्थानीय क्लिनिक गई। डॉक्टर को शक हुआ और उन्होंने उसे किसी बड़े अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह दी।
अल्ट्रासाउंड में पता चला कि वो 8.5 महीने की गर्भवती है। उसका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था, इसलिए डॉक्टरों ने कहा कि 9 महीने तक रुकना खतरनाक हो सकता है। बच्चे का वजन 2 किलो था। इसलिए डॉक्टरों ने ऑपरेशन से बच्चे को निकालने का फैसला किया। ऑपरेशन सफल रहा और अब माँ-बेटी दोनों स्वस्थ हैं।
अपनी कहानी बताते हुए गांग ने कहा, "निःसंतान दंपतियों को निराश नहीं होना चाहिए। भगवान आपको संतान सुख ज़रूर देता है। हमें बच्चे के साथ-साथ एक सरप्राइज भी मिला।" कई लोग बच्चे के लिए इलाज करवाते हैं और फिर निराश हो जाते हैं। कभी निराश मत होइए। कोशिश करते रहिए, बाकी सब भगवान देगा।