
US Shutdown 2025: अमेरिका में जारी फेडरल गवर्नमेंट शटडाउन का असर अब आसमान में भी दिखने लगा है। शुक्रवार को पूरे देश में 1,200 से ज़्यादा फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं। ट्रंप प्रशासन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स पर काम का बोझ घटाने के लिए यह कदम उठाया, क्योंकि उनमें से ज़्यादातर बिना सैलरी के काम कर रहे हैं। अटलांटा, नेवार्क, डेनवर, शिकागो, ह्यूस्टन और लॉस एंजिल्स जैसे बड़े एयरपोर्ट पर इसका सीधा असर पड़ा है।
फेडरल शटडाउन के चलते सरकारी फंडिंग 1 अक्टूबर से बंद है। इसका असर फेडरल एजेंसियों पर पड़ा है, जिनमें एयर ट्रैफिक कंट्रोल और सिक्योरिटी जैसी सेवाएं शामिल हैं। कई कर्मचारी या तो बिना वेतन के काम कर रहे हैं या छुट्टी पर भेजे गए हैं। इस वजह से अमेरिका के 40 से ज़्यादा एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट्स की संख्या घटाई जा रही है। शुरू में 4 प्रतिशत उड़ानें कम की गई थीं, जो अब अगले हफ्ते तक 10 प्रतिशत तक पहुंच सकती हैं।
FlightAware वेबसाइट के अनुसार, सबसे ज़्यादा असर अटलांटा, शिकागो, डेनवर और फीनिक्स एयरपोर्ट्स पर पड़ा है। अमेरिकन एयरलाइंस ने हर दिन करीब 220 फ्लाइट्स रद्द करने की घोषणा की है, जबकि डेल्टा एयर लाइन्स ने शुक्रवार को लगभग 170 उड़ानें कम कीं। साउथवेस्ट एयरलाइंस ने भी 100 से ज़्यादा उड़ानें रद्द कर दीं। AFP के अनुसार, गुरुवार को 6,800 से ज़्यादा उड़ानें लेट हुईं और करीब 200 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। बोस्टन और नेवार्क एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को औसतन दो घंटे से ज़्यादा देरी का सामना करना पड़ा।
अमेरिका अब साल के सबसे व्यस्त ट्रैवल टाइम में प्रवेश कर रहा है। थैंक्सगिविंग हॉलिडे बस कुछ ही हफ़्तों की दूरी पर है। यात्रियों में डर है कि अगर कांग्रेस फंडिंग पर सहमत नहीं हुई, तो स्थिति और खराब हो सकती है। न्यूयॉर्क के लागुआर्डिया एयरपोर्ट पर एक यात्री वर्नर बुची ने कहा, “अगर यह थैंक्सगिविंग तक चला तो हालात बहुत गंभीर हो जाएंगे।” कई लोग अपने हॉलिडे ट्रैवल प्लान्स को लेकर चिंतित हैं और टिकट रद्द कर रहे हैं।
यह पूरा विवाद रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच हेल्थ इंश्योरेंस सब्सिडी और बजट कटौती को लेकर है। कांग्रेस पर रिपब्लिकन पार्टी का कंट्रोल है, लेकिन विपक्षी डेमोक्रेट्स ने सरकार के हेल्थकेयर कट प्लान पर साइन करने से इनकार कर दिया है। 15वीं बार हाउस से पास हुए शॉर्ट-टर्म फंडिंग बिल को सीनेट में मंज़ूरी नहीं मिल सकी। इससे सरकार का आधा हिस्सा बंद पड़ा है और लाखों कर्मचारियों पर आर्थिक दबाव बढ़ा है।
ट्रांसपोर्टेशन सेक्रेटरी सीन डफी ने बयान जारी कर कहा, “आज, कल और उसके अगले दिन भी उड़ान भरना सुरक्षित है, क्योंकि सरकार प्रोएक्टिव कदम उठा रही है।” हालांकि, एविएशन इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक बिना वेतन काम करने वाले कर्मचारियों के कारण हवाई सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।
US शटडाउन ने अब सीधा असर आम जनता पर डालना शुरू कर दिया है। एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी है, फ्लाइट्स रद्द हो रही हैं, और लोग अपने परिवार से मिलने के लिए परेशान हैं। अगर राजनीतिक गतिरोध जारी रहा, तो यह संकट आने वाले हफ्तों में और गहराने वाला है।
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