अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट गर्भपात के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मिफेप्रिस्टोन टैबलेट पर बैन लगाने से इनकार कर दिया है।
वॉशिंगटन: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court ) ने शुक्रवार को गर्भपात के लिए महिलाओं द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवा पर निचली अदालत द्वारा लगाए प्रतिबंध को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही महिलाएं इस दवा का सेवन जारी रख सकेंगी। बता दें कि इस दवा को लेकर कोर्ट बाइडेन सरकार और ड्रग बनाने वाली कंपनी डैंको लेबोरेटरीज एलएलसी के एक अनुरोध पर विचार कर रही है। इसे लेकर कानूनी लड़ाई की शुरुआत तब हुई जब टेक्सस में एक संघीय जज ने मिफेप्रिस्टोन टैबलेट (Mifepristone Tablets)पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाने का फैसला सुनाया था।
निचली अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि दवा का इस्तेमाल जन्म लेने से पहले ही बच्चे की हत्या करने के लिए किया जा रहा है। बता दें कि इस फैसले सुनवाई नौ सदस्यीय बैंच ने की थी। हालांकि, बैंच में शामिल दो सदस्या फैसले से असहमत थे।
निचली अदालत के फैसले के खिलाफ बाइडेन सरकार
इससे पहले दवा को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) की ओर से घोषणा की गई थी कि उनकी सरकार गर्भपात की दवा पर बैन लगाने के टेक्सस अदालत के फैसले को चुनौती देगी। बता दें कि मिफेप्रिस्टोन के सेवन के लिए अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मान्यता मिली हुई है। हालांकि, अब इसकी डिलीवरी को रोकने के उपायों को लेकर विचार किया जा रहा है।
बाइडेन ने उच्च न्यायालय की प्रशंसा की
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अदालती लड़ाई जारी रहने के दौरान मिफेप्रिस्टोन टैबलेट उपलब्ध रखने के लिए उच्च न्यायालय की प्रशंसा की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के स्टे के बाद मिफेप्रिस्टोन सुरक्षित और प्रभावी उपयोग के लिए उपलब्ध है। मैं महिलाओं के स्वास्थ्य पर राजनीतिक रूप से हो रहे हमलों के खिलाफ लड़ाई जारी रखूंगी। अमेरिकी लोगों को अपने वोट को अपनी आवाज के रूप में इस्तेमाल करना जारी रखना चाहिए।
गर्भावस्था के पहले किया जाता है मिफेप्रिस्टोन का यूज
मिफेप्रिस्टोन दो-दवा एक घटक है जिसका उपयोग गर्भावस्था के पहले 10 सप्ताह तक किया जा सकता है। इसका एक लंबा सुरक्षा रिकॉर्ड है और FDA का अनुमान है कि स्वीकृत होने के बाद से 5.6 मिलियन अमेरिकियों ने गर्भपात के लिए इसका उपयोग किया है।