
Akash Air Defence: मई में भारत के स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी मिसाइलों का शिकार किया। इससे दुनिया ने देखा कि भारत हथियारों का लोहा माना है। इसका असर दिख रहा है।
ब्राजील ने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने में गहरी रुचि दिखाई है। इस सप्ताह के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील जाने वाले हैं। इस दौरान ब्राजील से उनकी बात आकाश मिसाइल सिस्टम और दूसरे हथियारों को लेकर हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 देशों की यात्रा पर निकले हैं। वह 5 से 8 जुलाई तक रियो डी जेनेरियो में आयोजित 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील में रहेंगे। ब्राजील के साथ बातचीत के दौरान रक्षा सहयोग मुख्य मुद्दा होगा। भारत के विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) पी. कुमारन ने बताया है कि ब्राजील भारत से लड़ाई के मैदान में सुरक्षित संचार के लिए इस्तेमाल होने वाले सिस्टम खरीदना चाहता है। इसके साथ ही तट के पास गश्त करने वाले जहाजों, स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बियों, आकाश एयर डिफेंस सिस्टम, तटीय निगरानी प्रणाली और गरुड़ तोपों के रखरखाव के लिए ब्राजील भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है।
आकाश भारत का स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम है। इसका काम दुश्मन के लड़ाकू विमान, मिसाइल, ड्रोन, हेलीकॉप्टर और दूसरे हवाई खतरे को हवा में ही नष्ट करना है। इसे DRDO (Defence Research and Development Organisation) ने विकसित किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने के लिए मिसाइलों और ड्रोनों से हमला किया था। इस दौरान आकाश सिस्टम ने पाकिस्तानी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
आकाश एक मध्यम दूरी तक सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल है। इसका रेंज 25km तक है। इसे मुख्य रूप से अहम सैन्य और सामरिक ठिकानों की रक्षा के लिए तैनात किया जाता है। आकाश मिसाइल अपने टारगेट तक मैक 2.5 से 3.5 (2980-4170 km/h) की रफ्तार से पहुंचती है। यह 18km तक की ऊंचाई तक मार करती है।
आकाश मिसाइल में ठोस ईंधन वाला रैमजेट इंजन लगा है। इसमें कमांड गाइडेंस और डिजिटल ऑटोपायलट फीचर है। आकाश मिसाइल का किल रेट 88 प्रतिशत है। साल्वो मोड में यह 99 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। प्रत्येक मिसाइल में 60 किलोग्राम का वारहेड होता है। यह पारंपरिक और परमाणु मिसाइल दोनों को खत्म कर सकता है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।