पिछले 7 महीने से रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग थमने के बजाय और बढ़ती जा रही है। इसमें आग में घी डालने का काम तब हुआ, जब एक बम हमले में रूस की शान कहे जाने वाले क्रीमिया ब्रिज को उड़ा दिया गया। इस हमले के बाद से ही पुतिन बौखलाए हुए हैं।
Russia-Ukraine War: पिछले 7 महीने से रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग थमने के बजाय और बढ़ती जा रही है। इसमें आग में घी डालने का काम तब हुआ, जब एक बम हमले में रूस की शान कहे जाने वाले क्रीमिया ब्रिज को उड़ा दिया गया। यह ब्रिज रूस को क्रीमिया से कनेक्ट करता था। इस हमले के बाद से ही पुतिन बौखलाए हुए हैं और बेहद आक्रामक अंदाज में नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि रूस की सेना अब लगातार यूक्रेन पर बम और मिसाइलें दाग रही है। आखिर क्या है क्रीमिया ब्रिज और क्यों इसे समझा जा रहा है पुतिन की शान पर सीधा हमला? आइए जानते हैं।
क्या है क्रीमिया ब्रिज?
2014 में जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया पर कब्जा किया तो क्रीमिया को रूस से कनेक्ट करने के लिए उन्होंने समंदर में एक ब्रिज बनवाया। 19 किलोमीटर लंबा यह ब्रिज क्रीमिया या केर्च ब्रिज के नाम से जाना जाता है। इस ब्रिज पर दो रास्ते हैं, जिससे ट्रेन और ट्रक अलग-अलग चलते थे। यूक्रेन से जंग के समय ये ब्रिज रूस की सप्लाई लाइन का अहम हिस्सा था। इस ब्रिज पर हुए हमले के चलते अब क्रीमिया और रूस का ट्रांसपोर्ट लिंक फिलहाल खत्म हो गया है।
क्यों समझा जा रहा पुतिन की शान पर हमला?
करीब 3.7 अरब डॉलर की लागत से बने क्रीमिया ब्रिज को पुतिन रूस की शान समझते थे। लेकिन एक हमले के बाद समंदर पर बना यह ब्रिज पूरी तरह तबाह हो चुका है। इस हमले से न सिर्फ रूस की जनता बल्कि वहां के सैनिकों के मनोबल पर भी तगड़ा झटका लगा है।
तो क्या पर्ल हार्बर जैसा अटैक जैसा है क्रीमिया ब्रिज पर हमला?
क्रीमिया ब्रिज पर हुए अटैक को अमेरिका के नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर हुए हमले की तरह देखा जा रहा है। दरअसल, दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान दिसंबर, 1941 में जापान ने अमेरिका के नौसैनिक अड्डे पर्ल हॉर्बर पर हमला किया था। इस दौरान डेढ़ घंटे तक चली बमबारी में अमेरिका के न सिर्फ 2500 से ज्यादा अमेरिकी सैनिक मारे गए बल्कि उसे अरबों डॉलर का नुकसान भी हुआ। इसके साथ ही यह दुनिया की महाशक्ति पर एक छोटे से देश का सीधा हमला भी था। हालांकि, बाद में अमेरिका ने जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासकी पर परमाणु बम गिराकर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया था। ऐसे में रूस के क्रीमिया ब्रिज पर हुए हमले को भी यूक्रेन का दुस्साहस माना जा रहा है।
तो क्या बदला लेने के लिए न्यूक्लियर अटैक कर सकते हैं पुतिन?
बता दें कि क्रीमिया ब्रिज पर हुए हमले के बाद से ही रूसी सेना यूक्रेन पर ताबड़तोड़ अटैक कर रही है। 24 फरवरी, 2022 को जंग शुरू होने के बाद इस हमले को रूस का सबसे बड़ा हवाई हमला भी कहा जा रहा है। इतना ही नहीं, दुनिया को अब इस बात का डर भी सता रहा है कि पुतिन कहीं इस हमले का बदला लेने के लिए टैक्टिकल परमाणु हथियारों का इस्तेमाल न करें। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पहले भी कह चुके हैं कि पुतिन के न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल वाली बात को मजाक नहीं समझना चाहिए।
ये भी देखें :
यूक्रेन के इन 4 शहरों पर अब रूस की हुकूमत, क्रीमिया पर 6 साल पहले ही कर लिया था कब्जा
NATO से दो-दो हाथ करने को तैयार है रूस, देश की रक्षा के लिए पुतिन ने शुरू की इस लेवल की तैयारी