बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सेना पर हमला कर 102 जवानों को मार गिराने का दावा किया है। BLA ने बलूचिस्तान के 12 अलग-अलग इलाकों में सेना के कैंप और पुलिस चौकियों पर हमले किए हैं।
Baloch Liberation Army: बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सेना के 102 जवानों को मारने का दावा किया है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने ये आंकड़ा काफी कम बताया है। BLA ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ ऑपरेशन हेरोफ चलाया है, जिसके तहत बलूचिस्तान की 12 अलग-अलग जगहों पर हमले कर सेना के कैम्प और पुलिस चेकपोस्ट को निशाना बनाया।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान में कहां-कहां किए हमले
बलूच लिबरेशन आर्मी यानी BLA ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कलात, पिशिन, सिबी, क्वेटा, मस्टंग, मूसाखेल, बोलन, सुंत्सार, बेला, तुरबत, पसनी और पंजगुर जैसे इलाकों पर हमले किए। इस ऑपरेशन में बीएलए के करीब 800 से ज्यादा लड़ाके शामिल रहे।
BLA की फिदायीन ब्रिगेड का 68 सैनिकों को मारने का दावा
बलूच लिबरेशन आर्मी की फिदायीन माजिद ब्रिगेड ने दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के बेला शिविर पर हमला कर कई घंटों तक उसे अपने कब्जे में रखा। इसके साथ ही इसने पाकिस्तान के 68 सैनिकों को मारने का दावा भी किया है।
BLA की पाकिस्तान-चीन को धमकी
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की माजिद ब्रिगेड ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि बलूचिस्तान की जमीन सिर्फ उनकी है। पाकिस्तान या चीन अगर यहां रुके तो उन्हें इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे। हम पाकिस्तानी सेना को पहले ही बता चुके हैं कि हम क्या कदम उठा सकते हैं। ऐसे में पाकिस्तान हमारे इलाके में सेना बढ़ाने की गलती न करे। पाकिस्तान का साथ देने वाले चीन को भी हम करारा जवाब देंगे।
कब बनी बलूच लिबरेशन आर्मी?
बलूच लिबरेशन आर्मी 1970 के दशक में अस्तित्व में आई। दरअसल, बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान बनने के बाद से ही वहां रहना पसंद नहीं कर रहे हैं। बलोच लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान की सरकार उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है। यही वजह है कि पाकिस्तान में लगातार बलूचिस्तान को अलग देश बनाने की मांग उठती रहती है। बलोचिस्तान को अलग देश बनाने की मांग के लिए लड़ने वाली BLA को न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि ब्रिटेन, अमेरिका भी आतंकी संगठन मानते हैं।
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