Syria Civil War: एक सप्ताह की आक्रामक कार्रवाई के बाद सीरियाई विद्रोहियों ने रविवार को घोषणा की कि उन्होंने राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटा दिया है। राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है। सरकारी सैनिकों ने विरोधियों से लड़ाई नहीं की। वे पीछे हट गए। 24 साल तक सीरिया पर शासन करने वाले असद विमान में सवार होकर भाग गए हैं।
विद्रोहियों के आक्रमण का नेतृत्व अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने किया है। वह इस समय सीरिया में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र विपक्षी बल हयात तहरीर अल-शाम (HTS) का प्रमुख है। यह समूह सीरिया में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र विद्रोही बल बन गया है। CNN से जुलानी ने कहा है कि सीरिया में "क्रांति" का उद्देश्य राष्ट्रपति असद के शासन को उखाड़ फेंकना है। लोगों द्वारा चुनी गई नई सरकार बनाई जाएगी।
जुलानी 1982 में सऊदी अरब में था। यहां उसके पिता पेट्रोलियम इंजीनियर के रूप में काम करते थे। 1989 में जुलानी सीरिया लौटा। उसने दमिश्क के पास बसने का फैसला किया था। जुलानी 2003 में इराक में अल-कायदा में शामिल हुआ। अल-कायदा की मदद से जुलानी ने जबात अल-नुसरा नाम का संगठन शुरू किया। 2011 में उसने इसका नाम बदलकर HTS (हयात तहरीर अल-शाम) कर लिया।
जुलानी ने इराक में अल-कायदा के इस्लामिक स्टेट (ISIS) के प्रमुख अबू बकर अल-बगदादी के साथ भी काम किया था। 2013 में जुलानी ने घोषणा की कि उनका समूह बगदादी के साथ संबंध खत्म कर देगा। 2013 में इस्लामिक स्टेट द्वारा नुसरा फ्रंट को एकतरफा रूप से अपने अधीन करने की कोशिश के बाद उसने बगदादी के खिलाफ लड़ाई की।
अल-कायदा से अलग होने के लगभग 8 साल बाद जुलानी ने HTS को आतंकवादी समूह घोषित किये जाने के बारे में बात की। उसने कहा कि वह निर्दोष लोगों की हत्या का विरोध करता है। इस्लामिक स्टेट का पतन होने के बाद जुलानी ने उत्तर-पश्चिमी सीरियाई प्रांत इदलिब में एचटीएस की पकड़ मजबूत की। उसने साल्वेशन गवर्नमेंट नामक नागरिक प्रशासन की स्थापना की।
मध्य पूर्व के विशेषज्ञों के अनुसार सीरियाई विद्रोही बलों द्वारा दमिश्क पर कंट्रोल करने के बाद जुलानी का लक्ष्य अब एचटीएस को सीरिया में एक विश्वसनीय शासकीय इकाई और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में एक संभावित साझेदार के रूप में स्थापित करना है।
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