
अबू धाबी। लंबे समय तक बिना किसी ओहदा के शासन करने वाले शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan) को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का नया राष्ट्रपति चुन लिया गया है। पूर्व नेता शेख खलीफा (Sheikh Khalifa) के निधन के बाद शेख मोहम्मद के नाम का औपचारिक ऐलान किया गया। शेख खलीफा के बीमार रहने के दौरान वर्षों तक शेख मोहम्मद ही असल शासक के तौर पर कामकाज देखते रहे हैं। शेख मोहम्मद को फेडरल सुप्रीम काउंसिल द्वारा चुना गया। WAM समाचार एजेंसी ने कहा, 1971 में पिता द्वारा स्थापित तेल समृद्ध देश के शासक के तौर पर शेख मोहम्मद की ताजपोशी कर दी गई है।
एमबीजेड के नाम से जाना जाता है शेख मोहम्मद को
शेख मोहम्मद, जिन्हें अक्सर 'एमबीजेड' (MBZ)के नाम से जाना जाता है, ने फेडरल सुप्रीम काउंसिल के सदस्यों से मुलाकात की है। दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरात के शासकों का सर्वोच्च निर्णायक मंडल फेडरल सुप्रीम काउंसिल है। अमीरात देशों में शेख मोहम्मद के सौतेला भाई शेख खलीफा के निधन के बाद शोक का ऐलान किया गया है।
अमीरात देशों के नेता के रूप में उभरे हैं शेख मोहम्मद
अपने भाई शेख खलीफा के खराब स्वास्थ्य के बाद शेख मोहम्मद ने पर्दे के पीछे बिना किसी पद पर रहे सारा बागडोर संभाल रखा था। कई सालों से वह यूनाइटेड अरब अमीरात देशों के महत्वपूर्ण निर्णयों में शामिल होते रहे। अपनी नीतियों की बदौलत वह अमीरात के नेता के रूप में स्थापित हुए।
शेख मोहम्मद ने अपनी तेल वित्त पोषित ताकत का उपयोग करते हुए मुखर विदेश नीति विकसित करने के साथ विभिन्न मोर्चों पर संयुक्त अरब अमीरात को पहचान दिलाने की कोशिश की। इन्हीं नीतियों का नतीजा है कि संयुक्त अरब अमीरात ने एक व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेजा, मंगल ग्रह पर एक जांच भेजी और अपना पहला परमाणु रिएक्टर भी खोलने में सफल रहा है।
अबु धाबी के 17वें अमीर शासक होंगे शेख मोहम्मद
शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, संयुक्त अरब अमीरात के नए राष्ट्रपति नियुक्त कर दिए गए हैं। वह अबु धाबी के 17वें अमीर शासक हैं। वर्तमान में शेख मोहम्मद यूएई के सैन्य बलों के डिप्टी सुप्रीम कमांडर भी हैं। शेख ने ब्रिटेन की रॉयल मिलिट्री अकादमी सैंडहर्स्ट से ग्रेजुएशन किया है। 2003 में शेख मोहम्मद उप युवराज घोषित किए गए थे। लेकिन पिता जायेद बिन सुल्तान के निधन के बाद शेख मोहम्मद अबु धाबी के 2004 में युवराज बनें। और उनके बड़े भाई शेख खलीफा शासक। हालांकि, 2014 में शेख खलीफा को स्ट्रोक के बाद वह परोक्ष रूप से शासन कर रहे थे। परंतु 13 मई 2022 में उनके निधन के बाद शेख मोहम्मद के नाम का ऐलान नए शासक के रूप में कर दिया गया है। हालांकि, शेख खलीफा के निधन की वजह से अगले 40 दिनों तक राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
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