• All
  • 1 PHOTOS
  • 551 VIDEOS
552 Stories by amal chowdhury
03:09

दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए वायुसेना को मिली एक और घातक मिसाइल

Oct 10 2020, 01:29 PM IST

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। डीआरडीओ ने शुक्रवार को पूर्वी तट से सुखोई-30 लड़ाकू विमान से एंटी-रेडिएशन मिसाइल 'रुद्रम' का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल को डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है। डीआरडीओ ने कहा, 'रुद्रम भारतीय वायुसेना के लिए बनाई गई देश की पहली स्वदेशी एंटी रेडिएशन मिसाइल है जिसे डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है। इस मिसाइल को लॉन्च प्लेटफॉर्म के रूप में सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में एकीकृत किया गया है, इसमें लॉन्च स्थितियों के आधार पर अलग-अलग रेंज की क्षमता है।'

03:26

सीधे टकराव से डरने के बाद क्या पीठ पीछे आतंकियों की मदद कर रहा है ड्रैगन?

Oct 09 2020, 05:32 PM IST

सेना, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के कारण आतंकियों तक हथियार नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं आतंकियों के पास भी हथियारों की कमी है। अब चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर आतंकियों को हथियार भेजने में मदद कर रहा है। इससे पहले भी प्रदेश में आतंकियों से बरामद होने वाले कई हथियार चीन से निर्मित पाए गए हैं। यही नहीं, सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियारों को भेजने का तरीका भी चीन का ही है। चीन की ओर से ड्रोन तकनीक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को बताई गई। आईएसआई ने ही ड्रोन के जरिए पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग क्षेत्रों में हथियार भेजे। सूत्रों का कहना है कि चीन प्रदेश में बड़े स्तर पर हथियार भेजकर आतंकियों की मदद कर रहा है। 

03:51

इस साल साहित्य का नोबेल अमेरिका की लुइस ग्लक के नाम

Oct 09 2020, 12:35 PM IST

अमेरिकी कवयित्री लुइस ग्लक को वर्ष 2020 के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नोबेल कमेटी ने कहा कि ग्लक को यह पुरस्कार उनकी शानदार काव्य शैली के लिए दिया गया है जो व्यक्तिगत अस्तित्व को वैश्विक पहचान दिलाती है। कवयित्री लुइस ग्लक ने 1968 में 'फर्स्टबोर्न' के साथ अपनी शुरुआत की थी और जल्द ही अमेरिकी समकालीन साहित्य में सबसे प्रमुख कवियों में शामिल हो गई थीं। उन्होंने बारह कविताओं का संग्रह और कुछ निबंध प्रकाशित किए हैं। लुईस ग्लक के सबसे प्रशंसित संग्रहों में से एक 'द वाइल्ड आइरिस’ है, जो कि (1992) में प्रकाशित हुआ था। इस संग्रह की एक कविता 'स्नोड्रॉप्स'  में उन्होंने सर्दियों के बाद के जीवन की चमत्कारी वापसी का वर्णन किया है।

16:17

भाई के गुजर जाने के बावजूद दुनिया को कुछ यूं बदल रही हैं राशी ठकरान

Oct 08 2020, 04:48 PM IST

राशी ठकरान की कहानी कुछ ऐसी है जिसे सुनकर शायद आपकी जरूर भर आएंगी लेकिन इस बात का भी यकीन मानिए कि उनकी कहानी आपको प्रेरणा भी देग। बात 6 जनवरी 2019 की है जब राशी के छोटे भाई ने आत्महत्या कर ली। इस घटना ने उनके पूरे परिवार को अंदर तक तोड़ कर रख दिया। इस मुश्किल वक्त में राशी खुद भी अवसाद का शिकार हुईं लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब उन्होंने तय किया कि इस तरह के दर्द से समाज में कई लोग जी रहे हैं और उन्होंने इसके लिए कुछ करने की ठानी। इस फैसले के बाद उनकी वजह से कुछ ऐसा हुआ जो भारत में पहली बार हुआ। तो आईए जानते हैं राशी के इस अदम्य साहस की कहानी।

03:21

कैंसर का प्रभावी इलाज ढूंढने पर इन वैज्ञानिकों को केमिस्ट्री का नोबेल

Oct 08 2020, 11:49 AM IST

चिकित्सा और फिजिक्स के बाद इस साल के केमिस्ट्री (रसायन) के नोबेल पुरस्कार विजेताओं का एलान हो गया है। नोबेल पुरस्कार समिति ने बुधवार को एलान किया कि इस साल केमिस्ट्री का नोबेल जीनोम एडिटिंग का तरीका विकसित करने के लिए इमैनुएल कारपेंटियर और जेनिफर ए डूडना को दिया जाएगा। जेनिफर ए डूडना का जन्म साल 1964 में वाशिंगटन में हुआ था। वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कली में प्रोफेसर हैं। वहीं, इमैनुएल कारपेंटियर का जन्म साल 1968 में फ्रांस के जुविसी-सर-ओर्ग में हुआ था। वह जर्मनी के बर्लिन में मैक्स प्लांक यूनिट फॉर दि साइंस ऑफ पैथोजेन्स की निदेशक हैं।

03:42

ब्रह्मांड के कई राजों से उठाया पर्दा, इन्हें इस साल मिलेगा नोबेल

Oct 07 2020, 01:20 PM IST

साल 2020 में भौतिक विज्ञान यानी कि फिजिक्स के क्षेत्र में प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार विजेता का एलान हो गया है। इस साल यह पुरस्कार रोजन पेनरोज, रेनहार्ड गेंजेल और एंड्रिया गेज को दिया गया है। पुरस्कार राशि में से आधा हिस्सा पेनरोज को दिया जाएगा और बाकी आधे में से आधी-आधी राशि रेनहार्ड और एंड्रिया को मिलेगी। इस बार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार रोजर पेनरोज को इस खोज के लिए दिया गया है कि ब्लैक होल का गठन सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत का एक मजबूत पूर्वानुमान है। वहीं, रेनहर्ड गेंजेस और एंड्रिया गेज को यह पुरस्कार हमारी आकाशगंगा के केंद्र में एक सुपरमैसिव कॉम्पैक्ट ऑब्जेक्ट की खोज के लिए दिया गया है।