Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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कराची बम ब्लास्ट: M.Phil-M.ed डिग्री लेकर आतंकवादी बन गई 2 बच्चों की मां, डॉक्टर पति बोला- तुमपर गर्व है

Apr 27 2022, 11:51 AM IST

कराची. पाकिस्तान के कराची विश्वविद्यालय परिसर (Blast In Karachi University) में 26 अप्रैल 2022 को हुए आत्मघाती बम हमले (suicide bomb attack) से संबंधित कई हैरान करने वाली बातें सामने आ रही हैं। जिस महिला ने इस फिदायीन हमले को अंजाम दिया, वो पढ़ी-लिखी फैमिली से ताल्लुक रखती थी। वो एमएड और एमफिल थी, पति डॉक्टर हैं। इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली है। महिला ने कार में जबर्दस्त विस्फोट किया था। विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया- मरने वालों में 3 चीनी नागरिक थे। उनकी पहचान कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के निदेशक हुआंग गुइपिंग, डिंग मुपेंग और चेन साई( Huang Guiping, Ding Mupeng and Chen Sai) के रूप में हुई। चौथा मरने वाला वैन का ड्राइवर खालिद था। अफगान जर्नलिस्ट बशीर अहमद ग्वाख (Bashir Ahmad Gwakh) ने दावा किया कि आत्मघाती हमलावर महिला शैरी बलूच (Shari Baloch) के पति बशीर बलूच ने किसी अज्ञात जगह से ट्वीट करके कहा- उन्हें अपनी बीवी पर गर्व है। उन्होंने लिख- "शरी जान, आपके निस्वार्थ काम ने मुझे अवाक कर दिया। मैं गर्व से मुस्करा रहा हूं। महरोश और मीर हसन यह सोचकर गर्वत इंसान बनेंगे कि उनकी मां एक महान महिला थी।" हमले के बाद बलोच लिबरेशन आर्मी ने एक वीडियो जारी कर चीन-पाकिस्तान को धमकी देते हुए कहा- वे उन चीनियों को निशाना बनाएंगे, जो चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर यानी CPEC के लिए काम कर रहे हैं। बता दें, बलोचिस्तान के लोग CPEC का विरोध कर रहे हैं। जानिए कौन थी ये आत्मघाती हमलावर...

तमिलनाडु में बर्निंग रथ की तस्वीरें: हाईटेंशन लाइन से टच होते ही गिरती गईं लाशें, 2 बड़ी गलतियों से मचा कोहराम

Apr 27 2022, 10:49 AM IST

तंजावुर, तमिलनाडु(Thanjavur, Tamil Nadu). दिल दहलाने वालीं ये तस्वीरें तमिलनाडु के तंजावुर में 27 अप्रैल की अलसुबह (early morning) हुए भयंकर हादसे के बाद की हैं। यहां के एक मंदिर में परंपरागत जुलूस के दौरान रथ बिजली के तारों की चपेट में आ गया। करंट फैलने से कई लोगों की मौत हो गई। यह रथ यात्रा पिछले 93 सालों से निकाली जाती आ रही है। यह रथ यात्रा तमिल शैव संत थिरुनावुक्कारासर(Tamil Saivaite saint Thirunavukkarasar) की याद में निकाली जाती है। यह मंदिर कालीमेडु में है। यह गुरुपूजा उत्सव अपने 94वें वर्ष के में प्रवेश कर गया है। इस दौरान भक्त गुरुजी के रथ को खींचते हैं। तभी 9 फीट ऊंचा रथ बिजली के तारों को छू गया। इस मंदिर का आत्महत्या को पाप मानने वाले गांव के बुजुर्गों ने कराया था। पढ़िए पूरी कहानी...
 

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