Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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खुलने जा रही है ये फूलों की घाटी, यहीं से लक्ष्मण के प्राण बचाने हनुमानजी संजीवनी बूटी लेकर गए थे

Apr 26 2022, 11:01 AM IST

चमोली, उत्तराखंड. प्रकृति के अनगिनत रहस्यों से भरी, रोमांचक और खूबसूरत फूलों की घाटी(Valley of Flowers) 1 जून, 2022 से पर्यटकों के लिए खोली जा रही है। यह वो जगह है, जहां रिसर्च, आध्यात्म, शांति और प्रकृति(Research, Spirituality, Peace and Nature) को करीब से जानने का अद्भुत मौका मिलता है। उत्तराखंड पर्यटन(Uttarakhand Tourism) ने एक कहा-''उत्तराखंड के चमोली जनपद स्थित फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए 1 जून से खोल दी जाएगी। फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान, यूनेस्को द्वारा ‘‘विश्व धरोहर स्थली’’ घोषित है। यह समुद्र तल से लगभग 3,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस विश्व प्रसिद्ध घाटी में आपको दुर्लभ एवं आकर्षक फूलों की 600 से अधिक प्रजातियां देखने को मिलेंगी। यह घाटी ट्रैकिंग में रुचि रखने वालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। नैसर्गिक सुंदरता का अवलोकन करने आप भी यहां अवश्य आएं।'' जानिए फूलों की घाटी के बारे में...

119 साल की उम्र में मरते दम तक चुस्त-दुरुस्त रही दुनिया की ये सबसे बुजुर्ग इंसान, इतिहास बड़ा दिलचस्प रहा

Apr 26 2022, 08:41 AM IST

टोक्यो, जापान। दुनिया की सबसे बुजुर्ग इंसान जापान की केन तनाका(Kane Tanaka) अब इस दुनिया में नहीं रहीं। उनका 119 साल की उम्र में निधन हो गया। तनाका का निधन 19 अप्रैल को पश्चिमी जापान के फुकुओका शहर के एक अस्पताल में हुआ। उनकी मृत्यु की घोषणा जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके(Japanese public broadcaster NHK) ने की। तनाका का जन्म 2 जनवरी, 1903 को हुआ था। इसी समय राइट ब्रदर्स के मोटर चालित हवाई जहाज( motor-driven aeroplane) ने पहली उड़ान भरी थी। जबकि इस वर्ष में मैरी क्यूरी(Marie Curie) नोबेल पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला बनी थीं। बता दें कि तनाका को 2019 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स(Guinness World Records) द्वारा सबसे उम्रदराज जीवित इंसान के रूप में पुष्टि की गई थी। तनाका रोज सुबह 6 बजे उठती थीं। दोपहर का समय मैथ्स की पहेलियों(puzzles) आदि में गुजारती थीं और सुलेख(calligraphy) की प्रैक्टिस करती थीं। पढ़िए उनसे जुड़ी कहानी...

जिस दुर्गम गांव में कभी कोई अधिकारी नहीं गया, ये लेडी कलेक्टर 7 किमी पैदल पहाड़ी चढ़कर पहुंची, ये थी वजह

Apr 25 2022, 03:45 PM IST

अल्मोड़ा, उत्तराखंड. उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों के हर गांव तक प्रशासन की पहुंच आसान नहीं होती। बारिश में ये गांव बाकी दुनिया से कट जाते हें। ट्रेवलिंग का कोई साधन नही हैं। ऐसे में किसी लेडी कलेक्टर का 7 किमी पैदल चलकर गांव में पहुंचना आश्चर्य करता है। लेकिन ऐसा बदलाव अब देश में दिखाई देने लगा है। ये हैं उत्तराखंड के अल्मोड़ा की कलेक्टर वंदना सिंह। इन्हें बेहद दुर्गम गांव दो घोड़ियां में देखकर गांववाले हैरान रह गए। क्योंकि इससे पहले कभी कोई अधिकारी इस गांव नहीं आया था। कलेक्टर का आना तो जैसे सपना था।  बता दें कि अगस्त, 2021 में वंदना सिंह अल्मोड़ा जिले की कलेक्टर पदस्थ की गई थीं। 2013 बैच की IAS अधिकारी वंदना सिंह इससे पहले पिथौरागढ़ में मुख्य विकास अधिकारी व डीएम रुद्रप्रयाग रही हैं। शासन में अपर सचिव व आयुक्त ग्राम्य विकास तथा निबंधक सहकारिता जैसे अहम पदों पर भी वे रह चुकी हैं। दो घोड़ियां गांव घाटियों से घिरा गांव है। यहां पहुंचना आसान नहीं है। वहां तक सिर्फ पैदल ही पहुंचा जा सकता है, ऐसे में अधिकारी शायद ही कभी इस गांव में आए हों। इस गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। जानिए पूरी कहानी...

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