Ganesh Mishra

मैंने MCU से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म किया है। इसके बाद राज एक्सप्रेस, दैनिक भास्कर, और नईदुनिया (दैनिक जागरण समूह) जैसे मीडिया संस्थानों में 12 साल काम करने का अनुभव है। पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्री संसदीय विद्यापीठ, भोपाल द्वारा आयोजित 'यूथ पार्लियामेंट' में बेस्ट परफॉर्मर का अवॉर्ड हासिल किया।
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10 PHOTOS: भारत के अलग-अलग शहरों में कुछ इस तरह दिखा ग्रहण, एक जगह तो कुछ यूं नजर आए सूर्य

Oct 25 2022, 06:30 PM IST

Solar Eclipse from different Cities: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (25 अक्टूबर) को देश के अलग-अलग शहरों में दिखाई दिया। भारत में करीब 2 घंटे तक सूर्यग्रहण को देखा गया। भारत में सबसे पहले सूर्यग्रहण अमृतसर में दिखाई पड़ा, जहां इसे 4 बजकर 19 मिनट से देखा गया। वहीं मुंबई में शाम 6 बजकर 9 मिनट तक इसे देखा गया। भारत में सूर्यास्त के साथ ही ग्रहण समाप्त हो गया। दुनिया की बात करें तो सूर्य ग्रहण सबसे पहले आइसलैंड में भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजकर 29 मिनट से शुरू हुआ। शाम 4 बजकर 30 मिनट पर यह अपने चरम पर था। देश के अलग-अलग शहरों में ग्रहण के दौरान सूर्य किस तरह नजर आए। आइए देखते हैं। 

ऋषि सुनक ही नहीं, दुनियाभर में है इन 15 भारतवंशियों की धाक; कोई राष्ट्रपति तो कोई मल्टीनेशनल कंपनी का CEO

Oct 25 2022, 02:54 PM IST

Indians Top Position in the World: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने सुनक को अपना नेता चुना। दरअसल, यूके में सियासी उलटफेर के बीच सिर्फ 45 दिन तक प्रधानमंत्री रह पाईं लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद ऋषि सुनक ने कंजर्वेटिव नेताओं के भारी समर्थन के साथ पीएम की रेस जीत ली। ऋषि सुनक की जीत के बाद भारतीय भी काफी खुश हैं, क्योंकि सुनक इसी मूल के हैं। वैसे, दुनियाभर में देखें तो भारतीय मूल के लोग कई देशों में बड़े-बड़े पद और कंपनियों में टॉप पोजिशन पर हैं। इस पैकेज में हम बता रहे हैं, ऐसे ही 15 लोगों के बारे में। 
 

भगवान राम के अयोध्या लौटने के अलावा इन 10 वजहों से भी मनाई जाती है दिवाली

Oct 23 2022, 11:38 AM IST

Diwali Celebration Different Reason: दिवाली के त्योहार में अब सिर्फ 2 दिन रह गए हैं। इस बार दिवाली 24 अक्टूबर को देश के साथ ही पूरी दुनिया में धूमधाम के साथ मनाई जाएगी। लंका के राजा रावण का वध करने के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे तो उनके स्वागत में नगरवासियों ने घी के दीपक जलाए। इसीलिए दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। हालांकि, दिवाली मनाने की पीछे और भी कई कहानियां हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को इनके बारे में पता नहीं है। दिवाली से पहले हम बता रहे हैं इस त्योहार को मनाने के पीछे कुछ और वजहें, जिनके बारे में कम ही लोगों को पता है। 

क्या होते हैं ग्रीन पटाखे, आम आतिशबाजी से कैसे हैं अलग? जानिए पटाखों को लेकर किस राज्य ने बनाए क्या नियम

Oct 20 2022, 02:07 PM IST

Green Crackers: दिवाली में अब सिर्फ 3 दिन रह गए हैं। ऐसे में हर तरफ आतिशबाजी और प्रदूषण की चर्चा होने लगी है। दिवाली से पहले ही कई राज्यों में जहां प्रदूषण के चलते पटाखों को बैन कर दिया जाता है तो कहीं पर इसके लिए कुछ घंटों की ही परमिशन दी जाती है। देश में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए इस बार लोगों को ग्रीन पटाखे चलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। यही वजह है कि कई राज्यों ने अपने यहां सिर्फ ग्रीन पटाखे चलाने की ही परमिशन दी है। आखिर क्या हैं ग्रीन पटाखे और किस तरह ये आम आतिशबाजी से अलग है?

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