26 नवंबर, रविवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से कालदण्ड और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 04:15 से 05:36 तक रहेगा।
Daily Rashifal 26 November 2023: 26 नवंबर, रविवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से कालदण्ड और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के योग भी रहेंगे।
Feet Touching Rules: हिंदू धर्म में पैर छूने का अर्थ है सम्मान देना। अक्सर हम अपनी उम्र से बड़े लोगों के पैर छूकर उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अगर हमसे उम्र में छोटे भी हों तो उन्हें अपने पैर नहीं छूने देना चाहिए।
Morning Tips: हिंदू धर्म में मंत्रों का विशेष महत्व है। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक के लिए अलग-अलग कामों के लिए कईं विशेष मंत्रों के बारे में हमारे धर्म ग्रंथों में बताया गया है। आज हम आपको ऐसे ही एक मंत्र के बारे में बता रहे हैं।
Dev Diwali 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नदी या तालाब में दीपदान करने की परंपरा भी है। काशी में मुख्य रूप से देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है।
Panchang 25 november 2023: 25 नवंबर शनिवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से सौम्य और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दन वरियान और परिघ नाम के अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल 09:32 से 10:52 तक रहेगा।
Daily Rashifal 25 November 2023: 25 नवंबर, शनिवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से सौम्य और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन वरियान और परिघ नाम के अन्य योग भी रहेंगे।
हिंदू धर्म में विवाह 16 संस्कारों में से एक माना गया है। हिंदू धर्म में विवाह के कईं प्रकार बताए गए हैं जैसे असुर विवाह, गंधर्व विवाह, राक्षस विवाह और देव विवाह आदि। वर्तमान में भी विवाह से संबंधित कईं परंपराएं प्रचलित हैं।
Vaikuntha Chaturdashi 2023 Date: कार्तिक मास में कईं प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, वैकुंठ चतुर्दशी भी इनमें से एक है। इस पर्व का महत्व कईं धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार इस पर्व को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है।
Kab Hai Dev Diwali 2023: कार्तिक मास के अंतिम दिन देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस बार इस पर्व को लेकर लोगों के मन में कन्फ्यूजन की स्थिति बन रहा है, ऐसी स्थिति तिथियों की घट-बढ़ के कारण बन रही है।