आने वाला सप्ताह अप्रैल 2023 का पहला सप्ताह है। इस सप्ताह में लव लाइफ पर असर डालने वाल शुक्र ग्रह राशि बदलकर वृषभ में प्रवेश करेगा। शुक्र के इस राशि परिवर्तन का असर सभी राशियों पर होगा।
Palm Sunday 2023 Date :ईसाई समुदाय द्वारा प्रभु यीशु से जुड़े कई फेस्टिवल मनाए जाते हैं। गुड फ भी इनमें से एक है। ये फेस्टिवल पवित्र सप्ताह की शुरूआत में मनाया जाता है। इस सप्ताह में और भी कई अन्य फेस्टिवल मनाने की परंपरा है।
Weekly Horoscope April 2023: अप्रैल 2023 के पहले सप्ताह में कई व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे, इनमें महावीर जयंती और हनुमान जन्मोत्सव प्रमुख हैं। इस सप्ताह चंद्रमा के अलावा शुक्र ग्रह राशि बदलेगा।
2 अप्रैल, रविवार को राहुकाल शाम 5:06 से 6:39 तक रहेगा। इस दिन पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें कैसा रहेगा आपका आज का दिन…
अंकों के बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल हैं क्योकि हमारे बहुत से काम अंकों पर ही आधारित हैं। अंक न सिर्फ हमारा जीवन आसान करते हैं बल्कि भविष्य के बारे में भी काफी कुछ बताते हैं।
2 अप्रैल, रविवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी। रविवार को मघा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे मुद्गर नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा शूल और गण्ड नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल शाम 5:06 से 6:39 तक रहेगा।
Disha Shul Niyam: ज्योतिष शास्त्र में किस दिन कौन-सी दिशा में यात्रा न करें, इसके बारे में बताया गया है। इसे ही दिशा शूल कहते हैं। मान्यता है कि वर्जित दिशा में यात्रा करने से परेशानी होती है। हालांकि कुछ साधारण उपाय कर इन परेशानियों से बच सकते हैं।
Shukra Rashifal April 2023: साल 2023 का चौथा महीना अप्रैल शुरू हो चुका है। इस महीने में कई ग्रह राशि बदलेंगे। सबसे पहले 6 अप्रैल, गुरुवार को शुक्र ग्रह राशि बदलकर मेष से वृषभ में प्रवेश करेगा। इसका असर सभी राशियों पर होगा।
Mahavir Jayanti 2023: महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। हर साल इनका जन्मोत्सव चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर मनाया जाता है। इस बार इनके जयंती पर्व को लेकर कैलेंडरों में मतभेद की स्थिति बन रही है।
Akshaya Tritiya 2023: ज्योतिष शास्त्र में कुछ तिथियों को अबूझ मुहूर्त माना गया है, अक्षय तृतीया भी इनमें से एक है। इस बार इस पर्व को लेकर ज्योतिषियों में 2 मत है। ऐसा पंचांग भेद के कारण हो रहा है। इस दिन परशुराम जयंती का पर्व भी मनाया जाता है।