Navratri 2023 Day 2: 23 मार्च, गुरुवार को चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है। इस दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी। देवी का ये रूप अत्यंत सुंदर है। इन देवी की पूजा करने से मन को शांति मिलती है और दुख दूर होता है।
23 मार्च. गुरुवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद अश्विनी नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, इंद्र और वैधृति नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 2:04 से 3:34 तक रहेगा।
Daily Numerology Rashifal: अंक ज्योतिष से भी वैदिक ज्योतिष की तरह भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में जाना जा सकता है। अंक ज्योतिष वैसे तो अंकों से संबंधित है, लेकिन ये कहीं न कहीं वैदिक ज्योतिष से ही प्रभावित नजर आता है।
Aaj Ka Rashifal: 23 मार्च, गुरुवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी। गुरुवार को रेवती नक्षत्र दोपहर 2 बजे तक रहेगा। इसके बाद अश्विनी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
Cheti Chand 2023: चैत्र मास को सिंधी में चेट कहते हैं और चांद को चण्डु। इसलिए चेटीचंड का अर्थ हुआ चैत्र का चांद। चैत्र मास में चेटीचंड का पर्व सिंधी समाज द्वारा मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 23 मार्च, गुरुवार को है।
Durga Chalisa: इस बार 22 मार्च, बुधवार से चैत्र नवरात्रि का आरंभ हो रहा है। इन 9 दिनों में रोज देवी की पूजा विधि-विधान से की जाती है। देवी को प्रसन्न करने के लिए स्तुतियों, चालीसा आदि का पाठ भी किया जाता है।
Chaitra Navratri Rashi Anusar Upay: इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 से 30 मार्च तक मनाया जाएगा। इस दौरान रोज देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी। भक्त अलग-अलग उपायों से देवी को प्रसन्न करने का प्रयास करेंगे।
Chaitra Navratri 2023: इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 मार्च, बुधवार से शुरू हो रहा है, जो 30 मार्च तक रहेगा। नवरात्रि के पहले दिन शुभ योग में घट यानी कलश स्थापना की जाएगी। 9 दिनों तक माता के विभिन्न रूपों की पूजा की जाएगी।
Devi Shailputri: इस बार चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो रही है। नवररात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा का विधान है। देवी का ये नाम हिमालय के यहां जन्म लेने से पड़ा। देवी शैलपुत्री की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Gudi Padwa 2023: महाराष्ट्र में हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 22 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन कुछ खास उपाय किए जाएं तो साल भर घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।