Budhaditya Yog Rashifal: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब एक ही राशि में कई ग्रह आ जाते हैं तो कई शुभ-अशुभ योग बनाते हैं। ये योग हर राशि पर अपना असर डालते हैं। इस समय मीन राशि में 3 ग्रह एक साथ होने से त्रिग्रही योग बन रहा है।
Chaitra Navratri 2023: इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 मार्च से शुरू हो रहा है, जो 30 मार्च तक मनाया जाएगा। इस दौरान कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना भी की जाएगी।
Papmochani Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस तिथि को सभी तिथियों से श्रेष्ठ माना गया है। इस दिन किए गए व्रत-उपवास का फल कई गुना होकर मिलता है। कुछ खास एकादशी तिथि पर करने की मनाही है।
chaitra navratri 2023 चैत्र नवरात्रि कुछ ही दिनों बाद आरंभ होने वाली है। नवरात्रि में वैसे तो सभी दिन खास होते हैं, लेकिन अष्टमी और नवमी तिथि को बहुत ही विशेष माना जाता है। ये दोनों नवरात्रि के अंतिम दिन होते हैं।
Aaj Ka Panchang: 18 मार्च, शनिवार को श्रवण नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:36 से 11:05 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष के माध्यम से भी भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। दिन-प्रतिदिन इसका चलन भी बढ़ता जा रहा है। इसमें डेट ऑफ बर्थ से मूलांक निकालकर उसके आधार पर प्रीडिक्शन की जाती है।
18 मार्च, शनिवार को चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। इस दिन पापमोचनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। शनिवार को श्रवण नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Solar Eclipse 2023 Date: अप्रैल 2023 में साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा। ये ग्रहण कुछ देशों में दिखाई देगा और कुछ में नहीं। ग्रहण वैसे तो सामान्य खगोलीय घटनाएं हैं, लेकिन भारत में इसे ज्योतिष और धर्म से जोड़कर देखा जाता है।
Palmistry: हस्तरेखा ज्योतिष का ही एक बहुत विशाल अंग है। इसमें हथेली की रेखाओं और निशान देखकर भविष्य में बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। ये रेखाएं समय के साथ बदलती भी रहती हैं।
Papmochani Ekadashi 2023: इस बार पापमोचनी एकादशी का व्रत 18 मार्च, शनिवार को किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस एकादशी का महत्व और भी बढ़ गया है। मान्यता के अनुसार, इस दिन व्रत-पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है।