सार

डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों के जेहन में लालू राबड़ी के 15 वर्षों का जंगलराज इस कदर समाया है कि वे लोग दोबारा उस दौर को याद भी नहीं करना चाहते हैं। बिहार के लोग सत्ता और अपराध के गठजोड़ के चलते 15 वर्षों तक पिसते रहे हैं। लालू प्रसाद के राज को जंगलराज घोटालों की वजह से तो कहा ही जाता है, उससे भी ज्यादा राजनीति में अपराध, जातीय नरसंहार, ध्वस्त क़ानून व्यवस्था के लिए जाना जाता है।

पटना (Bihar)।  बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल डिप्टी सीएम सुशील मोदी (Deputy CM Sushil Modi)कोरोना से ठीक हो गए हैं। वे आज से चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। उन्होंने ट्टीट कर लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परिवार पर जमकर हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को जंगलराज का युवराज बताया है। साथ ही अपने ट्टीट में लिखा है कि जंगलराज के सरदार जेल में, युवराज बेल पर..। इतना ही नहीं डिप्टी सीएम ने आरजेडी के शासन काल में 1992- 2004 के बीच बिहार में किडनैपिंग के 32,085 मामले का आंकड़ा भी सामने लाया है और इस दौरान किस तरह के अपराध हुए का भी जिक्र किया है, जिसके बारे में हम आपको बता रहे हैं।

लालू-राबड़ी के राज में किडनैपिंग था फैशन
डिप्टी सीएम ने कहा कि है किडनैपिंग, फिरौती और गुंडागर्दी जब फैशन था, जिनके राज में बिहार की बदनामी का उनको नहीं टेंशन था। जब राज्य के हर एक हिस्से में आतंक और अंधेरा था,उस जंगलराज के युवराज फिर वोटर्स को लुभाते हैं, पर, जनता को वह तनिक नहीं भाते हैं! बिहार में लालू-राबड़ी के राज में जमकर तबादला उद्योग फला-फूला।

इन बाहुबलियों को शरण देने का आरोप
डिप्टी सीएम ने कहा है कि मोहम्मद शहाबुद्दीन, अनंत सिंह, राजबल्लभ जैसे अपराधियों को राजनीतिक शरण देकर बिहार का बंटाधार किया। साल 1990 के विधानसभा चुनाव में महिषी से लालू प्रसाद की पार्टी से चुनाव लड़ने वाले आनंद मोहन ने गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया की पीट-पीटकर हत्या करवा दी थी।

 

शहाबुद्दीन के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की नहीं जुटाई हिम्मत
डिप्टी सीएम ने जेल में सजा काट रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन के भी बारे में लिखा है। उन्होंने अपने ट्टीट में लिखा है कि आरजेडी के बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन ने व्यवसायी चंद्रकेश्वर प्रसाद के 2 पुत्रों को तेजाब में डुबोकर मार दिया। लालू परिवार ने शहाबुद्दीन के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं जुटाई।

सुपौल रेप कांड का भी उठाया मुद्दा
सुशील मोदी ने कहा है कि सुपौल रेप कांड का भी जिक्र अपने ट्टीट में किया है। साथ ही लिखा है कि आखिर कौन भूल सकता है कि 90 का वो दशक। जब बिहार में राजनीति का अपराधीकरण हो रहा था। लालू जी के विधायक योगेंद्र नारायण सरदार ने अपने साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप किया था। बहुमुश्किल एफआईआर दर्ज हुई थी और 25 साल बाद पीड़िता को न्याय मिला।

लालू के उस दौर को लोग याद नहीं करना चाहते
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों के जेहन में लालू राबड़ी के 15 वर्षों का जंगलराज इस कदर समाया है कि वे लोग दोबारा उस दौर को याद भी नहीं करना चाहते हैं। बिहार के लोग सत्ता और अपराध के गठजोड़ के चलते 15 वर्षों तक पिसते रहे हैं। लालू प्रसाद के राज को जंगलराज घोटालों की वजह से तो कहा ही जाता है, उससे भी ज्यादा राजनीति में अपराध, जातीय नरसंहार, ध्वस्त क़ानून व्यवस्था के लिए जाना जाता है।

डिप्टी सीएम ने पूछे ये पांच सवाल
1. एक हजार करोड़ के चारा घोटाला के चार मामलों में दोषी पाये जाने के बाद जंगलराज के सरदार जेल में हैं और बेनामी सम्पत्ति के मामले में जंगलराज के युवराज बेल पर हैं।
2. जब भीषण गर्मी से तपते बिहार में बुजुर्गों-बच्चों को लू-चमकी बुखार से बचाना मुश्किल हो रहा था, तब युवराज कहाँ थे?
3. जब बिहार के 6 जिले बाढ़ में डूबे थे, तब राज्य सरकार ने 16 लाख बाढ़पीड़ितों के खाते में 6-6 हजार रुपये डाले। राजद के युवराज ने बाढ़ पर्यटन कर फोटो खिंचवाने के सिवा क्या किया?
4. कोरोना संक्रमण और लाकडाउन के समय जब एनडीए सरकार एंटीजन टेस्ट, वेंटीलेटर और क्वरंटाइन सेंटर की व्यवस्था में लगी थी, तब विपक्ष के नेता बिहार से बाहर कहां छिपे थे?
5. एसी कमरे में बैठ कर सोशल मीडिया के जरिये रोज सरकार पर अनर्गल आरोप लगाने वाले युवराज  विधानसभा सत्र के दौरान स्पीकर को बताये बिना 35 दिन तक कहां गायब थे?

 

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