सार
जेडीयू-बीजेपी गठबंधन में सीट को लेकर हुए समझौते के मुताबिक जेडीयू के खाते में 122 सीटें आई थीं। इनमें से जेडीयू ने अपने कोटे से 7 सीटें जीतनराम मांझी की पार्टी हम को दे दी थी। बाकि, के जेडीयू ने 115 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा के 243 सीटों पर तीन चरण में होने वाले चुनाव के लिए जेडीयू ने आज अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। इसमें 115 प्रत्याशियों के नाम हैं। एनडीए में सीट बंटवारे के बाद जारी इस लिस्ट में बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का नाम नहीं है, जबकि उनके चुनाव लड़ने की पूरी संभावना जताई जा रही थी। वहीं, जेडीयू कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस शुरु होने के पहले कार्यकर्ताओं ने टिकट को लेकर जमकर हंगामा भी किया।
गुप्तेश्वर पांडे को नहीं मिला टिकट
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कुछ दिन पहले ही वीआरएस लेकर जेडीयू में शामिल हो गए थे। चर्चा थी कि उन्हें पार्टी बक्सर से उम्मीदवार बना सकती है। लेकिन पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट में उनका नाम नहीं है। उधर, प्रत्याशियों की लिस्ट में जेडीयू की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा का भी नाम है। मुजफ्फरपुर शेल्टर केस की वजह से मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था। पार्टी ने उन्हें फिर से टिकट दिया है। विपक्ष ने इस पर सवाल उठाए हैं।
इसलिए हुआ था हंगामा
जेडीयू के उम्मीदवारों की औपचारिक घोषणा होने वाली थी। उसके ठीक पहले नालंदा के अस्थावां के कार्यकर्ता प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर विरोध शुरू हो गया। हालांकि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कार्यकराताओं को समझा बुझा कर शांत किया।
देखें किसे कहां से मिला टिकट
बीजेपी के खाते में आईं थीं 121 सीटें
एनडीए के गठबंधन में बीजेपी को 243 में से 121 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने विकास शील इंसान पार्टी (वीआईपी) को अपने कोटे की सीटों में से 11 सीटें दे दी हैं। बाकि, 110 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। जिसमें से एक दिन पहले ही 27 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया था।
जेडीयू के खाते में आईं थी 122 सीटें
जेडीयू-बीजेपी गठबंधन में सीट को लेकर हुए समझौते के मुताबिक जेडीयू के खाते में 122 सीटें आई थीं। इनमें से जेडीयू ने अपने कोटे से 7 सीटें जीतनराम मांझी की पार्टी हम को दे दी थी। बाकि, के जेडीयू ने 115 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।