सार
इंटरनेट के युग में ऐसे कारनामे सामने आ रहे हैं जिसे सुनकर लोग हैरत में पड़ जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला पटना में सामने आया है। यहां केन्द्रीय विद्यालय में 10वीं कक्षा के एक छात्र का कारनामा जानकर हर कोई हैरान है। और तो और उसकी मां तो सदमे से बेहोश ही हो गई।
पटना(Uttar Pradesh). इंटरनेट के युग में ऐसे कारनामे सामने आ रहे हैं जिसे सुनकर लोग हैरत में पड़ जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला पटना में सामने आया है। यहां केन्द्रीय विद्यालय में 10वीं कक्षा के एक छात्र का कारनामा जानकर हर कोई हैरान है। और तो और उसकी मां तो सदमे से बेहोश ही हो गई। दरअसल केन्द्रीय विद्यालय में पढ़ने वाला दसवीं कक्षा का छात्र अचानक लापता हो गया। जिसके बाद उसके मां को फोन कर 5 लाख की फिरौती मांगी गई। पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। पुलिस ने फिरौती मांगने वाले का नम्बर ट्रेस करते हुए गायब छात्र को बरामद कर लिया। लेकिन इसके पीछे की कहानी सामने आने के बाद परिजनों के साथ ही पुलिस के भी होश उड़ गए।
दरअसल नाबालिग लड़के ने खुद के अपहरण का नाटक किया और मां को कॉल कर पांच लाख रुपयों की फिरौती मांगी। पटना के केंद्रीय विद्यालय में 10वीं के इस छात्र की करतूत जान कर आप हैरत में पड़ जाएंगे कि ऐसा भी हो सकता है। पुलिस ने जांच में उसे पकड़कर पूछताछ की तो घटना का राज खुल गया। पता चला कि पब्जी गेम खेलने के लिए उसके पास अच्छा मोबाइल नहीं था, इसलिए मोबइल खरीदने के लिए खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी। मोबाइल खरीदने के बाद बचे रुपयों से वह क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन लेता।
मां से रूपए हडपने के लिए किया नाटक
खुद के अपहरण का नाटक करने वाले पकड़े गए छात्र गौरव ने पुलिस को बताया कि वह पब्जी गेम खेलता है और इस दौरान उसकी कई लोगों से दोस्ती हो गई। गेम के लिए ऑनलाइन 31 हजार का मोबाइल ऑर्डर किया था, लेकिन उसके पास रुपये नहीं थे। उसे पता चला कि मां ने 3.50 लाख के लोन के लिए आवेदन दिया था और पैसे खाते में आ गए हैं। रुपया हड़पने के लिए गौरव ने खुद के अपहरण का नाटक किया।
मोबाइल खरीदने के लिए मांगी फिरौती
फिर, उसने पूर्णिया के एक लॉज में छिपकर अपने ही मोबाइल से मां को कॉल कर पांच लाख की फिरौती मांगी। उसने पुलिस को बताया कि पांच लाख मांगने पर तीन लाख तो मिल ही जाते, जिससे वह मोबाइल खरीदता और बाद में क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन लेता। उसने बताया कि उसके साथ कोई और नहीं था और फिरौती भी उसी ने मांगी थी।
अखबार पढ़ कर की थी अपहरण साजिश
पुलिस की मानें तो उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। गौरव दो भाइयों में बड़ा है। उसने पुलिस को बताया कि अपहरण से जुड़ी खबरों की जानकारी के लिए वह अखबार पढ़ता था और इंटरनेट का भी इस्तेमाल करता था। पब्जी खेलने के दौरान दूसरे राज्य के लड़के भी उसके दोस्त बन गए थे। घर में बड़ा होने के कारण उसकी मां ने एटीएम भी उसे दे रखा था, लेकिन उस खाते में रुपये नहीं थे। जब वह घर से निकला था तब उसके पास 1500 रुपये थे।