सार

मामला बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले का है। जहां सरसो पेराई के दौरान मशीन में फंस जाने से एक युवक का हाथ कट गया था। 

पश्चिमी चंपारण। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले से साहस और चौंकाने वाली एक खबर सामने आई है। यहां के बगहा में बीते दिनों एक हादसे में व्यवसायी का एक हाथ कट गया था। इसके बाद जख्मी व्यवसायी और उसके परिजनों ने हिम्मत नहीं हारी। वह परिजनों के साथ कटे हाथ को लेकर बगहा से 130 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक अस्पताल पहुंच गया। जहां सात घंटे के मुश्किल ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने उसका हाथ फिर से जोड़ दिया। 

सरसों पेराई के दौरान कोहनी के पास से कटा दायां हाथ
साहसी व्यवसायी पश्चिमी चंपारण के बगहा का रहने वाला है। उसका नाम विजय कुमार अग्रवाल है। विजय 22 मार्च को मिल में सरसों की पेराई कर रहा था। उसी दौरान जैसे ही उसने मशीन में खली साफ करने के लिए दायां हाथ डाला तो कोहनी के पास से उसका हाथ कट कर अलग हो गया। इसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे पटना या गोरखपुर जाने की सलाह दी और परिजनों ने गोरखपुर जाने का फैसला किया, क्योंकि गोरखपुर उसके जिले के नजदीक है।  

कटे हाथ को बर्फ से ढक कर ले गए थे अस्पताल
हादसे के बाद विजय को परिजनों ने गोरखपुर के सावित्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां प्लास्टिक सर्जन डॉ. नीरज नाथानी के नेतृत्व में उसका ऑपरेशन किया गया और फिर से हाथ को जोड़ा गया। खास बात यह है कि परिजन कटे हुए हाथ को बर्फ से ढक कर ले गए थे। इसके चलते अस्पताल पहुंचने के चार घंटे बाद भी हाथ खराब नहीं हुआ था। सफल ऑपरेशन के बाद मरीज और उसके घरवाले काफी खुश हैं।