बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकरु बचौल के बयान पर विधानसभा में विपक्ष ने किया जोरदार हंगामा हो गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हो रही है। सत्ता पक्ष ने राष्ट्रगीत का अपमान करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की। वहीं विपक्ष बीजेपी विधायक बचौल से माफी मांगने की बात पर अड़ गया है।
- Home
- States
- Bihar
- Bihar Budget 2022: नीतीश सरकार का बिहार के विकास के लिए 6 सूत्रीय मॉडल, शिक्षा को सर्वाधिक 39 हजार करोड़ दिए
Bihar Budget 2022: नीतीश सरकार का बिहार के विकास के लिए 6 सूत्रीय मॉडल, शिक्षा को सर्वाधिक 39 हजार करोड़ दिए
पटना : बिहार के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने अपना दूसरा बजट (Bihar Budget 2022) पेश किया। 2022-23 के लिए सरकार ने 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ 19 लाख का बजट पेश किया जो पिछले बजट से 19 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। इसमें सर्वाधिक 16.5 प्रतिशत शिक्षा को दिया गया है। वित्त मंत्री ने बिहार के विकास के 6 सूत्रीय मॉडल पेश किया है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाएं और जनकल्याणकारी योजनाएं शामिल हैं। वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 45 मिनट तक बजट भाषण दिया।
- FB
- TW
- Linkdin
वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 45 मिनट तक बजट भाषण दिया। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है। सभी दलों के नेता राज्यपाल के अभिभाषण पर अपने-अपने विचार रख रहे हैं। राज्य को विशेष दर्जा देने पर भी विपक्षी दलों ने सवाल पूछे हैं।
सात निश्चय में युवा शक्ति पर ध्यान, 89 औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्रों का चयन, हर जिले में मेगा स्किल सेंटर बनेगा, पटना नालंदा को मिलेगा पहले फेज में मेगा स्किल सेंटर,तकनीकी शिक्षा हिंदी और अंग्रेजी दोनों में दी जाएगी।
बिहार में इस बार राजकोषीय घाटे को 3.5 प्रतिशत तक रखने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने बताया कि योजनाओं के अनुश्रवण के लिए पोर्टल बनाया जाएगा। हरित कार्यालय की तरफ बढ़ चले हैं। कॉमन डेटाबेस तैयार करने का निर्णय लिया गया है।
वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में 2 लाख 18 हजार करोड़ का था बजट। लगभग 19 हजार करोड़ का बजट बढ़ा। पूंजीगत या कैपिटल एक्सपेंडिक्योर में एक लाख करोड़ खर्च होंगे। स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय एक लाख 37 हजार करोड़ खर्च होंगे।
बिहार के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इस बार यानी कि 2022-2023 का बजट पेश किया। इस बार का बजट 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ 19 लाख रुपए का है। वित्त मंत्री ने विकास का 6 मॉ़ल पेश किया है। पूरा बजट स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण पर आधारित है।
स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव के तहत सभी गांवों में सोलर स्टीट लाइट लगाई जाएगी लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान- दूसरे चरण को स्वीकृति घर तक पक्की नली-गलियां इसके लिए 847 करोड़ रुपए का प्रावधान। स्वच्छ शहर विकसित शहर के तहत सभी जिला मुख्यालय में वृद्धाश्रम तैयार किया जाएगा। बहुमंजिला आवास बनाकर बेघरों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा। सभी शहरों में विद्युत शवदाह गृह तैयार किया जा रहा है। ड्रैनेज सिस्टम विकसित किया जा रहा है। 550 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है।
कृषि क्षेत्र के लिए 29 हजार करोड़ बजट का आवंटन
शिक्षा के क्षेत्र के लिए 39 हजार करोड़ का आवंटन
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 16 हजार करोड़ के बजट का आवंटन
समाज कल्याण के लिए 12,375 करोड़ के बजट का आवंटन
सशक्त महिला सक्षम महिला योजना के तहत इंटर उत्तीर्ण पर अविवाहित महिला को 25 हजार, स्नातक उत्तीर्ण होने पर 50 हजार की मदद की जा रही है। 2022-23 में 900 करोड़ का प्रावधान।
सात निश्चय-2 योजना के तहत युवा शक्ति बिहार की प्रगति, बाजार के रूप संस्थानों में गुणवत्ता अनुरूप प्रशिक्षण के लिए 89 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का चयन किया। सेंटर ऑफ एक्सिलेंस की स्थापना, IIT पटना नॉलेज पार्टनर। दरभंगा, पटना नालंदा में मेगा सेंटर बनेगा। हर प्रमंडल में टूल रूम होंगे।
वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में इथेनॉल उत्पादन के लिए 151 फैक्ट्रियां लगेंगी। हमारी सरकार अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसखंय्क के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार के लिए 16,134 करोड़ आवंटित किए गए हैं। बजट का 65 प्रतिशत सामाजिक क्षेत्र में खर्च होगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में विकास दर 9.7 रहने की उम्मीद है। 2022-23 में एक लाख करोड़ रुपए ब्याज मुक्त कर्ज होगा।
वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस साल का बजट में समाज कल्याण के लिए 12375 करोड़ का बजट आवंटन किया गया है। 88 लाख घर नल जल का लाभ पहुंच गया है। वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि निर्यात नीति का निर्माण किया जाएगा।
स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड के लिए 700 करोड़ का प्रावधान । 12,375 करोड़ 7 लाख का बजट प्रावधान विभिन्न वर्गों के लिए। 7712 करोड़ 30 लाख का कृषि बजट। उद्योग के लिए 1643 करोड़ 74 लाख का बजट। इथेनॉल को लेकर 151 इकाई लगाई जाएगी। राजयकीकृत विद्यालयों में प्रधान शिक्षक की स्वीकृति। शिक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक बजट- 39,191 करोड़ रुपए। कुल बजट का 16.5%
2022-23 के बजट स्वास्थ्य,शिक्षा, उद्योग, कृषि, ग्रामीण को फोकस किया गया है। सकल घरेलू विकास वृद्धि दर 9.8 प्रतिशत होने का अनुमान।निर्धारित राजकोषिय घाटे का भी पालन किया है।
राज्य का चतुर्दिक विकास किया जा रहा है। इस वर्ष विसाक देश में सबसे अधिक वृद्धि दर प्राप्त किया।
2022-23 के बजट स्वास्थ्य,शिक्षा, उद्योग, कृषि, ग्रामीण को फोकस किया गया है। सकल घरेलू विकास वृद्धि दर 9.8 प्रतिशत होने का अनुमान।निर्धारित राजकोषिय घाटे का भी पालन किया है।
राज्य का चतुर्दिक विकास किया जा रहा है। इस वर्ष विसाक देश में सबसे अधिक वृद्धि दर प्राप्त किया।
वित्त मंत्री ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है। वहीं बिहार की अर्थव्यवस्था 2.5 प्रतिशत बढ़ी। 2022-23 में विकास दर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इस साल देश भर में बिहार सबसे ज्यादा आर्थिक वृद्धि दर प्राप्त करने वाला राज्य रहा। 8 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया गया। केंद्र ने ऋण लेने की सीमा में बढ़ोतरी की है। एससी-एसटी को योजनाओं का लाभ दिया।
वित्त मंत्री तारकिशोर ने कहा कि महंगाई भत्ते का नियमित तौर पर भुगतान हो रहा है। सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य का विकास जारी है। लगातार कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं। गरीब और कमजोर वर्गों को मदद दी जा रही है।
वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश कर रहे हैं। बजट की शुरुआत में उन्होंने कहा कि इस साल का बजट छह सूत्रों पर आधारित है। इन सूत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण है।
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है.राजस्व के वसूली पर पर प्रभाव पड़ा है। कोरोना काल में बिहार सरकार ने बेहतरीन कार्य किए हैं।
वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश कर रहे हैं। उन्होंने कौटिल्य के अर्थशास्त्र के एक संस्कृत श्लोक से शुरुआत की। इसके बाद एक कविता भी पढ़ी, यूं ही नहीं मिलती राही को मंजिल एक जुनून सा दिल में जगाना होता है। पूछा चिड़िया से… कैसे बना आशियाना? बोली-भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार, तिनका-तिनका उठाना होता है।
वित मंत्री तारकिशो प्रसाद विधानसभा पहुंच गए हैं। थोड़ी देर में बजट पेश करेंगे। 2021-22 का बिहार बजट 2,18,302 करोड़ का था। करीब 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी के अनुमान के साथ इस बार बिहार बजट 2.40 लाख करोड़ का अनुमान है। कोरोना महामारी के काल में बजट 2022-23 में नेशनल हेल्थ मिशन को पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 1100 करोड़ से ज्यादा की राशि मिलने की संभावना जताई जा रही है। पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार करीब 22 हजार करोड़ से ज्यादा की बढ़ोतरी करने की तैयारी बिहार सरकार की तरफ से की गई है।