सार

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना लक्षण महसूस हो तो तुरंत पास के जांच केंद्र जाएं। निर्धारित जांच केंद्र पर नि:शुल्क जांच की व्यवस्था की गई है। एक से आधे घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी।

पटना (Bihar) । बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई है। मरीज रोज मर रहे हैं और इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल रही है। कोरोना मरीजों के लिए डेडिकेटेड अस्पताल एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल) में लगातार दो दिन वार्ड में शव पड़े होने की घटना सामने आई। बुधवार को एक मरीज ने अस्पताल के गेट पर दम तोड़ दिया। माना जा रहा है कि अस्पताल में जारी अव्यवस्था के लगातार उजागर होने के बाद सरकार जागी। आज बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एमएमसीएच पहुंचे। व्यवस्थाओं को देखने आए स्वास्थ्य मंत्री पीपीई किट पहने हुए थे, जो कोविड वार्ड में भी गए। स्वास्थ्य मंत्री ने घूम-घूम कर स्थिति का जायजा लिया और वहां मरीजों से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। मरीज भी हाथ जोड़कर अपनी बात रखते नजर आए। हालांकि इस दौरान मंत्री ने कई बड़ी व्यवस्थाएं भी करने का निर्देश दिया, जिसके बारे में हम आपको बता रहे हैं।

मंत्री ने लागू की ये व्यवस्थाएं

-कोविड-19 वार्ड में तैनात डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ प्रतिदिन 4-6 घंटे ही ड्यूटी करेंगे।

-बांस घाट पर अब 24 घंटे अंतिम संस्कार हो सकेगा। पहले सिर्फ रात में ही शवों का दाह संस्कार हो पाता था। 

-एनएमसीएच और पीएमसीएच में शवों को ले जाने के लिए अतिरिक्त वाहन मुहैया कराया गया।

-अस्पताल के सभी 11 वार्डो में प्रभारी को इलाज की जिम्मेवारी दी गई। 

-एनएमसीएच में तीन दिनों में हेल्प डेस्क बनाया जाएगा।

-हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीज के परिजन को उनके मरीज के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाएगी। 

-अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को हेल्प डेस्क से माध्यम से सहायता की जाएगी।

मंत्री ने की लोगों से ये अपील
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना लक्षण महसूस हो तो तुरंत पास के जांच केंद्र जाएं। निर्धारित जांच केंद्र पर नि:शुल्क जांच की व्यवस्था की गई है। एक से आधे घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी।

 

 

 

वीडियो में देखें यहां के अस्पताल का डराने वाला हाल