सार

पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने घटना का वीडियो ट्टीट किया है, जिसमें व्यवसायी विनय तिवारी की बेटी का पूरा बयान है। वीडियो के साथ राबड़ी देवी ने लिखा है कि बिहार में राक्षसी राज का साक्षात सबूत। पटना में दिन दहाड़े महज 100 रुपए के लिए सुधा बूथ के संचालक की हत्या कर दी गयी। 

पटना (Bihar) । आलमगंज थाना क्षेत्र के गायघाट में एक व्यवसायी को 100 रुपए के छुट्टे लेने आए युवक को 1-2 रुपए तक का चिल्लर देना भारी पड़ गया। गुस्से में आए शख्स ने मौका मिलते ही दुकानकार की गोली मारकर हत्या कर दिया। आरोपी ने वारदात को आज तब अंजाम दिया जब व्यवसायी मंदिर से पूजा कर दुकान खोलने जा रहा था। वहीं, घटना से संबंधित एक वीडियो पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने ट्टीट किया है। साथ ही सरकार पर वार करते हुए लिखा है कि यह है बिहार में राक्षसी राज का साक्षात सबूत।

यह है पूरा मामला
रोहतास जिला निवासी विनय कुमार तिवारी की आलमगंज थाना क्षेत्र के गायघाट उतरी गली में किराएदार के रूप में रहकर सुधा दूध पार्लर का संचालन करते थे। बताया जाता है कि विनय कुमार तिवारी हमेशा की तरह अपनी दुकान खोलने से पूर्व गाय घाट स्थित दुर्गा मंदिर में मां का दर्शन करने पहुंचे थे। दर्शन करने के बाद जब वो गायघाट स्थित अपनी दुकान आ रहे थे, तभी पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनके सिर में गोली मार दी। इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। 

मारने की पहले से मिली थी धमकी
मृतक व्यवसायी विनय कुमार तिवारी के परिवार के लोगों ने बताया कि 100 रुपए के खुल्ले के विवाद को लेकर उनकी हत्या की गई है। बेटी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही पापा (विनय तिवारी) से खुल्ले पैसे को लेकर कुछ लोगों का विवाद हुआ था, जिसके बाद उनको जान से मारने की धमकी मिली थी और अब उनकी हत्या कर दी गई। हत्या की इस घटना के बाद पुलिस अपराधियों की पहचान को लेकर आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी है।

 

राबड़ी ने बताया-राक्षसी राज
पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने घटना का वीडियो ट्टीट किया है, जिसमें व्यवसायी विनय तिवारी की बेटी का पूरा बयान है। वीडियो के साथ राबड़ी देवी ने लिखा है कि बिहार में राक्षसी राज का साक्षात सबूत। पटना में दिन दहाड़े महज 100 रुपए के लिए सुधा बूथ के संचालक की हत्या कर दी गयी। मृतक की बेटी ने बताया की पापा मंदिर में पूजा कर रहा थे तभी अपराधी ने सिर में गोली मार दी। क्या CM जानते है विगत वर्ष अपराध के आँकड़ो में कितनी वृद्धि हुई है?