सार
त्तर भारत का सबसे बड़ा त्यौहार यानि छठ पूजा नहाय-खाय के साथ सोमवार को शुरू हो चुका है। यूपी हो या बिहार (bihar) हर जगह इस महापर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
पटना (बिहार). उत्तर भारत का सबसे बड़ा त्यौहार यानि छठ पूजा (Chhath Puja 2021) नहाय-खाय (nahay khay) के साथ सोमवार को शुरू हो चुका है। यूपी हो या बिहार (bihar) हर जगह इस महापर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। चार दिवसीय छठ पर्व का व्रत सभी व्रतों में सबसे कठिन होता है। इसलिए इसे आस्था के साथ बड़ी सावधानी के साथ मनाया जाता है। छठ पूजा सूर्य देव की उपासना कर उनकी कृपा पाने के लिए की जाती है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
दरअसल, चार दिनों तक चलने वाला छठ का महापर्व आज यानी 8 नवंबर से प्रारंभ हो गया है। मंगलवार यानी 9 नवंबर को खरना किया जाएगा और 10 नवंबर षष्ठी तिथि को मुख्य छठ पूजन किया जाएगा और अगले दिन 11 नवंबर सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पर्व के व्रत का पारणा किया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि सूर्य देव की कृपा से घर में धन-धान्य का भंडार रहता है। साथ ही छठी माई संतान प्रदान करती। आइए जानते हैं इस महापर्व को पूरा करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...
1. मांस का सेवन ना करें: बता दें कि छठ पूजा के दौरान जो भी व्यक्ति प्रसाद बनाता है वह मांसाहार का सेवन नहीं करता हो खास कर इन दिनों के दौरान। साथ ही ऐसे बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिनमे कभी मांसाहार भोजन बना हो। इसके अलावा घर के किसी भी सदस्य को इन चीजों से दूर रखना चाहिए।
2. सूर्य को ऐसे दें अर्घ्य: बताया जाता है कि व्रतधारी जब भगवान सूर्य को जिस बर्तन से अर्घ्य देते हैं, वो चांदी, स्टेनलेस स्टील, ग्लास या प्लास्टिक का नहीं होना चाहिए। कोशिश करें कि यह बर्तन तांबे का हो।
3. मिट्टी के चूल्हे पर बने प्रसाद: छठ मैया के व्रत के दिन प्रसाद सबसे अहम होता है। इसे बड़ी सावधानी से बनाना चाहिए। पूजा का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर ही बनाएं।
4. व्रतधारी जमीन पर सोए: जो भी इस छठ का व्रत रखता हो वह बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए। कोशिश करें कि व्रत रहने वाली महिलाएं इन दिनों फर्श पर चादर बिछकार सोएं।
5. साफ-सुधरे कपड़े पहनें: बता दें कि जो व्यक्ति छठ मैया का प्रसाद बनाता हो वह साफ सुथरे कपड़े पहने होना चाहिए। साथ उस जगह पर जूठन और गंदगी नहीं होनी चाहिए। प्रसाद बनाते वक्त कुछ नहीं खाना चाहिए।
6. बता दें कि छठ मैया का यह व्रत बड़ा ही कठिन होता है। इसलिए सावधानी जरूरी है। बिना हाथ-पैर धोए पूजा का सामान नहीं छूना चाहिए।
7. छठ पूजा में व्रत रख रहे लोगों को अपशब्दों और अभद्र भाषा का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
8. छठ पूजा के दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए। लहसुन-प्याज के सेवन से दूर रहें। इतना ही नहीं इनको इन दिनों घर पर भी नहीं रखना चाहिए।
9. व्रतधारी इस बात का ध्यान रखे कि वह बिना सूर्य को अर्घ्य दिए जल या भोजन ग्रहण नहीं करे।
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