सार
कोरोना से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन का सख्ती का पालन कराने का निर्देश केंद्र व राज्य सरकार ने पुलिस प्रशासन को दिया है। जिसका पालन करवाने पर बिहार सरकार के अधिकारी भी सिपाही को उठक-बैठक करवाते नजर आ रहे हैं।
अररिया। कोरोना से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन में केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशानुसार सघन वाहन चेकिंग अभियान और बेवजह सड़क पर निकले लोगों पर पुलिस प्रशासन सख्ती दिखा रही है। लेकिन ये सख्ती आम लोगों के लिए अलग और खास लोगों के अलग हो जाती है। इसका एक ताजा उदाहरण बिहार के अररिया जिले से सामने आया है। जहां होमगार्ड के जवान द्वारा जिले के एक अधिकारी के वाहन को रोकने पर न केवल उस होमगार्ड जवान को डांटा गया, बल्कि उससे उठक-बैठक करवाते हुए अधिकारी का पैर पकड़ा कर माफी मंगवाया गया।
जवान को कान पकड़कर उठक-बैठक कराया
मामला अररिया के एनएच 327 ई परमान पुल से आगे बैरगाछी ओपी क्षेत्र का है। याहां ओपी पुलिस बैरियर अथवा जिप्सी लगाकर खड़ी रहती थी। सोमवार को भी पुलिस के जवान वहां खड़े थे। तभी जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार अपने आवंटित क्षेत्र में जायजा लेने उधर जा रहे थे तभी होमगार्ड के एक जवान ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए उनकी गाड़ी को रोककर पास मांग लिया।
इसके बाद जिला कृषि पदाधिकारी गर्म हो गए और उतर कर मौके पर मौजूद दरोगा की मौजूदगी में उस जवान से झुककर हाथ जोड़कर ना सिर्फ माफी मंगवाई बल्कि दरोगा की मौजूदगी में कान पकड़कर उठक-बैठक भी कराया।
अपनी ड्यूटी निभाने पर झेलनी पड़ी बेइज्जती
इस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है। इस वीडियो में दारोगा जी कहते हैं कि बेइज्जत करवा दिया तुम, बड़े अधिकारी हैं एग्रीकल्चर अफसर हैं। वहीं डीएओ साहब कहते हैं कि वीसी कैंसिल हो गया नहीं तो तुम भीतर होता। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को पोस्ट कर ये कह रहे हैं कि जवान ने तो अपनी ड्यूटी निभाई थी। लेकिन उनसे न केवल उठक-बैठक करवाया गया। मामला अब डीजीपी तक पहुंच चुका है। हालांकि अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। माना जा रहा है कि इस वीडियो में शामिल दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई जरूर होगा।