सार
भारतीय कानून व्यवस्था में बालिग लड़का-लड़की को अपनी पंसद के अनुसार जीवन जीने का हक दिया गया है। लेकिन जमीनी हकीकत पर इसे परिवार की मान-मर्यादा को धुमिल करने वाला काम माना जाता है। कई बार प्रेम प्रसंग के चक्कर में परिवार के लोग ही अपने बच्चों की हत्या कर देते हैं।
सीवान। अपने प्रेमी के साथ घर से भागी एक युवती को भरी पंचायत में लोहे के गर्म सरिया से दागा गया। युवती के बाजू पर लोहे के सरिया का दाग अब घाव बन गया है। दवा और इलाज के बाद उसके हाथ पर हुआ ये घाव तो कुछ दिनों में भर जाएगा, लेकिन जो घाव गांव वालों ने उसके मन पर दिया है, वो शायद जीवन भर में कभी भी नहीं भर पाएगा। इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना बिहार के सीवान जिले से सामने आई है। जहां के बसंतपुर के जानकीनगर गांव में भरी पंचायत में एक युवती को यह तालिबानी सजा दी गई।
सात लोगों पर की गई नामजद प्राथमिकी
मिली जानकारी के अनुसार पंचायत में पीड़िता अपनी सफाई देती रही लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। हैरत की बात यह है कि इस पंचायत में युवती के कुछ पट्टीदार भी शामिल थे। जो अपने ही घर की बेटी को देखते रहे। मामले में पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की है। पंचायत में शामिल लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। थाना प्रभारी रणधीर कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस ने रविवार को युवती को बयान पर गांव के ही सात लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। सभी नामजद अभी अंडरग्राउंड बताए जा रहे हैं। लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के छापेमारी कर रही है।
खाप पंचायत की बिहार में दस्तक
गांववालों को बुला कर पंचायत में इस तरह से किसी भी मामले को सजा देने की परंपरा हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में है। वहां ऐसे पंचायत को खाप पंचायत कहा जाता है। बिहार में इस तरह के मामले विरले ही देखने को मिलते हैं। लेकिन सीवान से सामने आए इस मामले से प्रशासन के साथ-साथ आम लोग भी हैरान है। पुलिस मामले के दोषियों को पकड़ने में जुटी है। दूसरी ओर पीड़िता का स्थानीय अस्पताल से इलाज कराया जा रहा है। बताया जाता है कि पीड़िता कुछ दिनों पहले अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। गांव के लोग इसी बात से नाराज थे।