सार

ए मोहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया... की जीती-जागती मिसाल बिहार के पटना से सामने आई है। लवगुरु प्रो. मटुकनाथ और उनकी प्रेमिका जूली की मोहब्बत, जिसकी कभी पूरे देश में चर्चा थी, अब इस हालत में पहुंच जाएगी किसी ने सोचा भी नहीं होगा।  

पटना। अपनी प्रेम कहानी के लिए पूरे देश में चर्चित होने वाले प्रो. मटुकनाथ और उनकी प्रेमिका जूली इन दिनों फिर से चर्चा में हैं। इस बार दोनों नजदीकियों की वजह से नहीं बल्कि एक दूसरे के बीच बढ़ी दूरियों को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल, जूली सात समंदर पार कैरेबियाई देश त्रिनिदाद में मरणासन्न स्थिति में है। उसने अपनी सहेली और भोजपुरी गायिका देवी को अपनी आपबीती बताते हुए तस्वीर भेजी है। जिसके बाद देवी ने जूली की मदद के लिए बिहार सरकार और विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है।

प्रोसेफर ने मदद से किया इंकार, बोले- पैसे नहीं
सरकार से मदद की गुहार लगाने से पहले देवी ने जूली की मदद प्रो. मटुकनाथ से मांगी थी। देवी ने जूली की बीमारी का हवाला देते हुए उसे वापस भारत बुलाकर इलाज कराने में प्रोफेसर से सहायता मांगी थी। लेकिन प्रोसेफर ने अपनी प्रेमिका को मदद करने में असमर्थता जता दी। प्रो. ने कहा कि जूली को भारत लाने और उसका इलाज कराने के लिए मेरे पास पैसे नहीं है। प्रो. के इस फैसले पर देवी ने कहा कि जिस व्यक्ति ने परिवार से लड़कर, समाज के सामने खुलेआम प्यार किया और जब उसे इसकी जरूरत है तो कोई कैसे कह सकता है कि उसके पास नहीं हैं। 

दोस्त की मदद के लिए सीएम को लिखा पत्र
देवी ने जूली की मदद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। इसके अलावा भोजपुरी गायिका ने विदेश मंत्रालय से भी गुहार लगाई है। उन्होंने मटुकनाथ के प्रेम को झूठा ओर ढोंग करार दिया। देवी ने सवालिया लहजे में कहा कि जिस लड़की ने प्रेम के खातिर सबकुछ त्याग दिया, आज इस हालत में मटुकनाथ ने उसका साथ छोड़ दिया। देवी ने लिखा कि जूली मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार है। बता दें कि जूली और मटूकनाथ की प्रेम कहानी 2006 में पहली बार सुर्खियों में आई थी।  

2004 में पहली बार मिले थे जूली व मटुकनाथ
जूली और मटुकनाथ साल 2004 में पहली बार एक-दूसरे से मिले थे। मटुकनाथ पटना के बीएन कॉलेज में पढ़ाते थे और जूली उनकी छात्रा थी। पटना विश्वविालय के प्रोफेसर मटुकनाथ साल 2006 में खुद से 30 छोटी छात्रा जूली के साथ प्रेम संबंध में होने का बयान देकर पूरे देश में चर्चा में आए थे। दोनों साल 2007 से 2014 के बीच सात सालों तक लिवइन रिलेशनशिप में भी रहे। मटुकनाथ और जूली दोनों ने प्रेमप्रसंग में अपना घर-परिवार छोड़ दिया। इस प्रेम संबंध का विरोध भी हुआ और मुटकनाथ के मुंह पर कालिख तक पोती गई। विवाद बढ़ने पर पटना विवि ने मटुकनाथ को निलंबित भी कर दिया था।

लवगुरु कहलाने लगे थे प्रोसेफर मटुकनाथ
जूली के साथ प्रेम संबंध में होने की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने के बाद प्रो. मटुकनाथ को लवगुरु कहा जाने लगा था। अपनी बसी बसायी जिंदगी को छोड़कर मटुकनाथ ने जूली का हाथ थामा था। करीब सात साल तक लिवइन में रहने के बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ी। जिसके बाद समाज से विरक्ति के भाव में जूली कैरेबियाई देश त्रिनिदाद में रहने लगी। अब काफी दिनों बाद उनकी दोस्त देवी ने जूली की तस्वीर के साथ उसके बीमार होने के बात कहकर उसे सुर्खियों में ला दिया है।