सार
नीतीश कुमार ने 9 अगस्त को बीजेपी से अलग होने की घोषणा की थी उसके बाद वो महागठबंधन के साथ सरकार बनाने का दावा किया था। उन्होने राज्यपाल को 164 विधायकों के समर्थन का लेटर सौंपा था। तेजस्वी यादव राज्य के डिप्टी सीएम हैं।
पटना. बिहार में महागठबंधन 2.0 की सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया। नीतीश कुमार के बीजेपी से संबंध तोड़ने और आरजेडी के साथ सरकार बनाने के बाद ये कैबिनेट का पहला विस्तार था। इस मंत्रिमंडल के विस्तार में 31 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। राज्यपाल ने 5-5 मंत्रियों के समूह को शपथ दिलाई। नीतीश कैबिनेट में आरजेडी के 16, जेडीयू के 11, कांग्रेस के 2, जीतनराम मांझी की पार्टी हम को एक और एक निर्दलीय विधायक को शामिल किया गया है। नीतीश कैबिनेट में सबसे पहले तेज प्रताप यादव ने शपथ ली। उनके साथ विधायक आफाक आलम, आलोक मेहता, बिजेंद्र यादव, विजय चौधरी ने भी शपथ ली।
कैबिनेट विस्तार में किस पार्टी से कौन बना मंत्री
JDU- विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव, अशोक चौधरी, श्रवण कुमार,लेसी सिंह, जमां खान, मदन साहनी, संजय झा, शीला मंडल, सुनील कुमार और जयंत राज।
RJD- आलोक मेहता, तेज प्रताप यादव, सुरेंद्र यादव, रामानंद यादव, ललित यादव, सर्वजीत कुमार, चंद्रशेखर यादव, समीर महासेठ, अनिता देवी, जितेंद्र राय, सुधाकर सिंह, इसराइल मंसूरी, सुरेंद्र राम, कार्तिक सिंह, शाहनवाज आलम और शमीम अहमद।
कांग्रेस- अफाक आलम, मुरारी प्रसाद गौतम
हम- संतोष मांझी (जीतनराम मांझी के बेटे)
निर्दलीय- सुमित कुमार
कैसा है जातिगत समीकरण
नई सरकार में सामाजिक समीकरण पर फोकस किया गया है। ओबीसी-ईबीसी से सबसे ज्यादा 17, दलित-5 और 5 मुस्लिम शामिल हैं। NDA गठबंधन में अगड़ी जातियों के 11 मंत्री थे जबकि महागठबंधन की सरकार में अपर कास्ट से केवल 6 को जगह मिली है।
हर विधायक कैबिनेट का हिस्सा
कैबिनेट विस्तार को लेकर राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा- राजद का हर विधायक, हर कार्यकर्ता इस कैबिनेट का हिस्सा है, भले ही नाम से वे इस कैबिनेट में न हों। इतना तय है कि सभी की भागीदारी है। पूरी कैबिनेट बिहार के सरोकार को प्रतिबिंबित करती है। हर जाति, हर क्षेत्र का ख्याल रखा गया है।
नीतीश ने एनडीए से अलग होने के बाद दिया था इस्तीफा
नीतीश कुमार ने 9 अगस्त को बीजेपी से अलग होने की घोषणा की थी उसके बाद वो महागठबंधन के साथ सरकार बनाने का दावा किया था। नीतीश ने 9 अगस्त को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था उसके बाद उन्होंने 10 अगस्त को रिकॉर्ड 8वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ ली थी। उनके साथ तेजस्वी यादव ने दूसरी बार बिहार के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी।
इसे भी पढ़ें- क्या जेपी नड्डा का बयान बिहार में BJP के लिए बना संकट, नीतीश का जानें क्यों हुआ मोहभंग