सार
स्वतंत्रता दिवस पर बिहार के वैशाली से एक दिल को छू जाने वाला नाजरा देखते को मिला। जहां इलाके के लोगों ने एक शहीद की मां के सम्मान के लिए उसके पैरों तले अपनी हथेलिया सजा दी। इन्हीं हथेलियों से गुजर कर मां बेटे की प्रतिमा तक पहुंची।
पटना (बिहार). भारत आजादी का महापर्व यानि अमृत महोत्सव हर्षोउल्लास के साथ मना रहा है। हर तरफ देशभक्ति के गाने गूंज रहे हैं तो वहीं हर घर में तिरंगा दिखाई दे रहा है। इसी देशभक्ति के बीच बिहार के वैशाली जिले से एक अनोखी और दिल को छू लेने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां एक शहीद की मां जब अपने बेटे की प्रतिमां पर फूल चढ़ाने आई तो लोगों ने मां के सम्मान में अपनी हथेलियां बिछा दीं। इन्हीं हथेलियों पर चलकर जवान की मां बेटे की प्रतिमा तक पहुंची। इसके बाद वह मूर्ति से लिपटकर रोने लगी। जिस किसी ने यह नजारा देखा उसकी आंखों में आंसू आ गए।
मार्मिक दृश्य ने हर किसी को रुला दिया
दरअसल, यह मार्मिक दृश्य वैशाली जिले के चकफतेह गांव का है। जहां शहीद जय किशोर सिंह की प्रतिमा के पास तिरंगा फहराने और उन्हें नमन करने के लिए ग्रामीण पहुंचे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने शहीद के सम्मान के लिए एक छोटा सा कार्यक्रम भी रखा था। जहां लोगों ने जवान की आरती उतारी और जय घोष के नारे लगाए। जैसे ही मां मंजू देवी बेटे की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए जाने लगी तो वहां पर मौजूद लोगों ने अपनी हथेलियां बिछा दी।
बेटे के सम्मान में मां किसी का आग्रह नहीं टाल सकीं
बता दें कि जवान जयकिशोर सिंह गलवान घाटी में दो साल पहले चीनी सेना के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। इस दौरान ग्रामीणों ने अपने जांबाज की स्मारक गांव में बना दी। जहां रोजाना जवान के घरवाले दीपक रखने के लिए आते हैं। 15 अगस्त पर ग्रामीणों ने शहीद की मां का सम्मान किया। साथ ही उनसे हथेली पर चलने का आग्रह किया। अपने बेटे के सम्मान की खातिर मां लोगों का आग्रह टाल नहीं सकीं और हथेलियों पर चलकर वीर शहीद की स्मारक तक पहुंची।