सार

लॉकडाउन के बीच कालाबाजारी के साथ-साथ पुलिस की ज्यादती भी शुरू हो गई है। रोजमर्रा के सामानों की आवाजाही करने वाले लोगों से पुलिस के जवान अवैध वसूली करते दिख रहे हैं। ताजा मामला दानापुर का है। जहां आलू लदे वैन चालक को कांस्टेबल ने गोली मारकर घायल कर दिया। 

पटना । तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए राज्य व केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान बीते दिनों किया था। जिसके बाद राज्य के लगभग सभी जिलों में कालाबाजारी शुरू हो गई है। लेकिन हैरत की बात यह है कि जिस पुलिस पर इस कालाबाजारी को रोकने का जिम्मा है वहीं इसका गलत फायदा उठा रही है। पुलिस के जवानों के भ्रष्टाचार और ज्यादती का एक मामला बुधवार को पटना के दानापुर से सामने आया। जहां पुलिस के तीन कांस्टेबलों ने आलू ले जा रहे एक वैन ड्राइवर को पुलिस टैक्स नहीं देने पर गोली मार दी। गोली वैन चालक के पैर में लगी है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद पीएचएमसीएच रेफर कर दिया गया है। 

पांच हजार रुपए नहीं देने पर मारी गोली
बताया जाता है कि वैन चालक सोनू साव बुधवार को आलू लेकर दानापुर जा रहा है। इसी दौरान पीपा पुल के पास बाइक सवार तीन पुलिस कांस्टेबल ने उसे रोका और पांच हजार रुपए की मांग की। अवैध वसूली को लेकर सोनू और पुलिस के जवानों के बीच बहस हुई और सोनू ने पैसे देने से मना कर दिया। इससे गुस्साए पुलिस जवान ने सोनू को गोली मार दी और बाइक पर सवार हो कर भाग निकले। गोली से घायल हुए सोनू को स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए अस्पातल पहुंचाया। 

घटना स्थल पर एसएसपी ने पहुंच कर की जांच
वैन ड्राइवर को गोली मारी जाने की सूचना मिलते ही एसएसपी पीपा पुलस के पास पहुंचे और घटनास्थल की जांच की और स्थानीय लोगों से मामले को लेकर पूछताछ की। इसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से दानापुर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। मामले की जांच के बाद एसएसपी ने गोली मारने वाले तीन जवान रजनीश, अनिरुद्ध और बबलू को गिरफ्तार कर दानापुर कोर्ट में पेशी के लिए भेज दिया है।