सार

कोरोना के बचाव के लिए पूरे देश में अभी लॉकडाउन चल रहा है। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया है। लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी काम-काज पर रोक लगाई गई है। इसके पालन में प्रशासन में मुस्तैद है। लेकिन कई जगहों से लॉकडाउन पालन के नाम पर पुलिस की ज्यादती भी सामने आ रही है। 
 
मुंगेर। लॉकडाउन में बैंकिग कार्य, सब्जी-फल-दूध आदि की दुकानें, दवा दुकानें व हॉस्पिटल, प्रेस को आवश्यक सेवा मानते हुए काम करने की छूट दी गई है। कोरोना से बचाव के लिए जारी इस लॉकडाउन से भारत में काफी हद तक बीमारी पर काबू पाया जा सका है। जिसका जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य नेता और अधिकारी कर रहे हैं। 21 दिनों का देशव्यापी लॉकडाउन आज पूरा हो रहा था। लेकिन आज राष्ट्र के नाम संबोधन देते हुए पीएम ने इसे 3 मई तक के लिए बढ़ाने की घोषणा की है। लॉकडाउन के पालन में पुलिस मुस्तैद है। लेकिन कई जगहों से इस कानून के पालन में पुलिस ज्यादती की खबरें भी सामने आई है। 

मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर का मामला 
ताजा मामला बिहार के मुंगेर जिले का है। जहां लॉकडाउन के बीच जरूरी काम से एटीएम से पैसा निकालने जा रहे एक डॉक्टर की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस के जवानों द्वारा रोके जाने पर डॉक्टर ने अपना परिचय भी दिया। यह भी बताया कि वह जरूरी काम से पैसा निकालने जा रहा है। लेकिन पुलिस के जवानों ने उसे डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी। घटना मुंगेर के हवेली खड़गपुर का है। जहां कोविड-19 से जारी जंग में अपना योगदान दे रहे डॉक्टर दीपक कुमार  को पुलिस के जवानों ने पीटा। 

आई कार्ड दिखाने के बाद भी की पिटाई
पुलिस की पिटाई के शिकार हुए डॉ. दीपक ने बताया कि ड्यूटी से लौटने के बाद वह शाम 5:00 बजे एटीएम से पैसा निकालने के लिए मुख्य बाजार स्थित गौशाला मार्केट गए थे। लेकिन वहां एटीएम बंद था। ऐसे में वे वहां से वापस अस्पताल जा रहे थे तभी चारों ओर से लोगों को घेरकर पुलिस ने पिटाई कर दी। "मैं खड़ा रहा। पुलिस वालों को मैंने अपना आई कार्ड दिखाया और कहा कि मैं एक डॉक्टर हूं और पैसा निकालने के लिए एटीएम तक गया था।"

"एटीएम मशीन बंद होने के कारण मैं वापस जा रहा था। इस बीच एक एसआई ने मुझ पर लगातार डंडा बरसाना शुरू कर दिया और मैं घायल हो गया। मेरे कंधे, पीठ और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई है।"

इस घटना की स्थानीय स्तर पर डॉक्टर व अन्य लोगों ने निंदा की है।