सार
एक दिन पहले बिहार विधान परिषद में आरजेडी के पांच सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा देकर जेडीयू का दामन थाम लिया। इस सियासी उठापटक के बीच लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव भी विधान परिषद में जाने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए थे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव में सामाजिक समीकरण के लिहाज से परिवार से किसी को दावेदार नहीं बनाने का फैसला किया।
पटना (Bihar) । रावड़ी देवी ने अपने मुंह बोले भाई सुनील कुमार सिंह की पॉलिटिक्स में इंट्री कराई है। लंबे समय से सुनील कुमार सिंह लालू परिवार के बेहद करीबी रहे हैं। लालू परिवार पर जब भी कोई बड़ा संकट आया है सुनील कुमार सिंह हमेशा परिवार के साथ खड़े रहे हैं। इतना ही नहीं राबड़ी देवी उन्हें राखी बांधती हैं, जिसकी तस्वीरें भी एक बार खूब वायरल हुई थी। बता दें कि आरजेडी ने विधान परिषद के लिए अपने तीन उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें तेजस्वी का नाम नहीं है, जबकि उन्हें टिकट दिए जाने की ज्यादा संभावना जताई जा रही है।
लालू के करीबियों को ही मिला टिकट
आरजेडी के सूत्रों के मुताबिक विधान परिषद के दूसरे उम्मीदवार प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी को बनाया है, जो पार्टी के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। लंबे समय से रामबली चंद्रवंशी, लालू प्रसाद यादव के साथ हैं। तीसरे उम्मीदवार मोहम्मद फारुख को बनाया है, जो बिहार के शिवहर के मूल निवासी हैं और मुंबई में कारोबारी बताए जा रहे है। पिछले कुछ समय से मोहम्मद फारुख लालू परिवार से बहुत करीब हो गए हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इसलिए कटा तेज प्रताप का टिकट
एक दिन पहले बिहार विधान परिषद में आरजेडी के पांच सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा देकर जेडीयू का दामन थाम लिया। इस सियासी उठापटक के बीच लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव भी विधान परिषद में जाने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए थे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव में सामाजिक समीकरण के लिहाज से परिवार से किसी को दावेदार नहीं बनाने का फैसला किया।