सार

कुछ लोगों की लापरवाही से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कम होने के बदले और बढ़ रहा है। राज्य में अबतक कोविड-19 के 85 मरीज मिल चुके हैं। जिसमें सर्वाधिक सीवान से 29 और मुंगेर से 17 मरीज मिले है। 
 

मुंगेर। बीते दिनों मुंगेर के जिस 60 वर्षीय बुर्जुग में कोरोना की पुष्टि हुई थी, वो नालंदा में आयोजित मरकज में शामिल हुए थे। उक्त बुर्जुग के संपर्क में आने से उसके परिवार के 8 सदस्यों के साथ-साथ पड़ोस के एक व्यक्ति में भी कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। जिले में अबतक कोरोना के 17 मामले सामने आ चुके हैं। अब कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा और बढ़ने की संभावना है। क्योंकि मुंगेर के जिस इलाके से उक्त बुर्जुग को पकड़ा गया था, उसी इलाके से शुक्रवार को 7 और जमातियों को पकड़ा गया है। बताया जाता है कि ये सभी जमाती बीते 17 दिनों से छिप कर रह रहे थे। पुलिस ने इन सभी को पकड़ कर क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा है। 

संदिग्ध 42 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा
बताया जाता है कि कोरोना पॉजिटिव मिले 60 वर्षीय बुजुर्ग ने पुलिस को दिए अपने बयान में इन सात लोगों के जमात में शामिल होने की पुष्टि की थी। जिसके बाद पुलिस ने मुंगेर के जमालपुर के सदर बाजार इलाके से इन सभी सातों जमातियों को पकड़ा। शुक्रवार को मुंगेर में कोरोना के 42 संदिग्ध लोगों का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए पटना भेजा गया है। इन 42 में वो सात जमाती भी शामिल हैं। यदि इनमें से किसी एक में भी कोरोना की पुष्टि हुई तो उसके संपर्क में आने वाले लोगों में भी कोरोना फैलने की आशंका जताई जा रही है। 

जमालपुर को किया गया सील, जवानों की तैनाती
बता दें कि कोरोना के 10 मरीज मिलने के बाद मुंगेर के जमालपुर को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है। जमालपुर में रह रहे लोगों तक प्रशासन द्वारा चिह्नित लोगों की मदद से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई कराई जा रही है। जमालपुर के सभी चौक-चौराहों पर पुलिस के साथ-साथ बीएमपी के एंटी रायट बटालियन की तैनाती की गई है। शहर का सैनिटाइजेशन कार्य भी शुरू कर दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव मिले जिले से सभी 10 मरीजों को इलाज के लिए एनएमसीएच पटना भेज दिया गया है। जहां उनलोगों का इलाज किया जा रहा है।