सार

बिहार में अब भगवान भी सुरक्षित नहीं है। चोरी की हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि मंदिर से भगवान की पुरानी और कीमती प्रतिमा को भी उठा ले जा रहे हैं। चोरी पर लगाम के लिए लगा सीसीटीवी भी चोरों के पैरों में बेड़ी लगा पाने में नाकाबिल साबित हुआ। 
 

पूर्णिया। जिले के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के रजनी चौक के पास स्थापित राम जानकी ठाकुरबाड़ी से अज्ञात चोरों ने बीती रात अष्टधातु से तीन मूर्तियों की चोरी कर ली। चोरी की गई मूर्तियों की अनुमानित कीमत दो करोड़ रुपए बताई जाती है। ये मूर्तियां इस ठाकुरबाड़ी की शोभा थी। लोग इन्हें श्रद्धा-भाव से पूजते थे। लेकिन चोरों कानून तो क्या ऊपरवाले का भी खौफ नहीं था। चोरी की सूचना गुरुवार को सुबह मिली। जिसके बाद मंदिर परिसर में सैकड़ों स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। 

1922 में स्थापित की गई थी प्रतिमा
स्थानीय लोगों ने बताया कि ये प्रतिमाएं 1922 में यहां स्थापित की गई थी। भगवान श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता की इन प्रतिमाओं की रोज पूजा की जाती थी। चोरी की खबर पर मंदिर में जमा हुए लोग पुजारी मुरारी बाबा पर भी मूर्ति चोरी का आरोप लगाते दिखे। स्थानीय लोगों का कहना था कि मुरारी बाबा का व्यवहार अच्छा नहीं थी। वो मंदिर के पास ही सोये थे, इसके बाद भी चोरी हुई है तो इसमें जरूर इनकी संलिप्तता रही होगी। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस छानबीन कर रही है। लेकिन सीसीटीवी से पुलिस को कुछ खास हासिल नहीं हुआ।

सीसीटीवी को दूसरी ओर मोड़ दिया था
बता दें कि मूर्ति चोरी करने वाले बदमाश इतने शातिर थे कि चोरी से पहले ही उन लोगों ने सीसीटीवी के लेंस को दूसरी तरफ मोड़ दिया था। साथ ही डीवीआर से भी छेड़छाड़ की। इस कारण चोरी की घटना सीसीटीवी में कैद नहीं हो सकी। घटना की सूचना पर एसपी विशाल शर्मा भी मंदिर पहुंचे और छानबीन की। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी से हमें कुछ खास नहीं मिल पाया है। लेकिन कुछ लोगों से कुछ लीड मिली है। जिसपर छानबीन जारी है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।