सार
पिछले साल मुजफ्फरपुर में 200 से अधिक बच्चों की जान लेने वाले चमकी बुखार ने इस साल भी अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में इलाजरत दो जुड़वां बहनों की मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। एसकेएमसीएच में इलाजरत एईएस पीड़ित दो जुड़वां बहनों की मौत हो गई। जिले के मुशहरी प्रखंड रजवारा पंचायत की रौशनपुर चक्की निवासी सुखलाल सहनी की चार वर्षीय पुत्री सुखी कुमारी की मौत सोमवार को जबकि उसकी जुड़वा बहन मौसमी की मौत आज दोपहर बाद हो गई। वहीं, रविवार को एसकेएमसीएच में भर्ती मोतिहारी की एक और बच्ची में एईएस की पुष्टि हुई है। इस मौसम में अबतक एईएस पीड़ित बच्चों की संख्या 15 हो गई है।
गर्मी कम फिर भी कहर
दूसरी ओर चमकी-बुखार से पीड़ित 10 बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच व सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है। चिंता की बात यह है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार गर्मी कम है। लेकिन इसके बाद भी जिले में एईएस पीड़ित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मोतिहारी के ढाका प्रखंड के चैनपुर बलहां गांव निवासी परिलाल राम की छह माह की पुत्री चंचल कुमारी का ब्लड रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर ने एईएस की पुष्टि की है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही पीआईसीयू में इलाजरत बच्चों की पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं।
डीएम ने जताई चिंता
चमकी बुखार के बढ़ते मामलों पर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने चिंता जताते हुए कहा कि अप्रैल में भी रह-रहकर हो रही बारिश के कारण तापमान काफी कम है। बावजूद, जिले में एईएस/चमकी बुखार से प्रभावित बच्चों का अस्पताल पहुंचना चिंताजनक है।
उन्होंने कहा, प्रशासन की ओर से प्रभावित सभी पंचायतों में जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार जारी है। प्रभावितों के बीच पहुंचकर बेहतर प्रयास व बचाव कार्य किए जा रहे हैं। इस सीजन में एईएस से अबतक तीन मौत हो चुकी है। इसके पूर्व सकरा प्रखंड के बाजी बुजुर्ग निवासी मुन्ना राम के 3 वर्षीय पुत्र आदित्य की मौत 29 मार्च को हो गई थी।