सार

मामला बिहार के खगड़िया जिले का है। मानसी थाना क्षेत्र के ठाठा पंचायत में शनिवार की रात 8 से 9 बजे के बीच करीब 60 राउंड गोली चली। इस खूनी खेल में पंचायत के दो पूर्व मुखिया मौके पर ही मौत हो गई। घटना से इलाके में तनाव व्यापत है।

खगड़िया। दो पूर्व मुखिया के बीच लंबे समय से चल रहे अनबन में शनिवार की रात खूनी खेल खेला गया। वर्चस्व की इस लड़ाई में शनिवार की रात 8:00 से 9.00 बजे तक पुलिस के सामने ही करीब 60 राउंड गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में दो पूर्व मुखिया की मौत हो गई। मामला बिहार के खगड़िया जिले के ठाठा पंचायत की है। इस खूनी रंजिश में पूर्व मुखिया बृजनंदन यादव (62 वर्ष) और अमोद यादव (58 वर्ष) की मौत हो गई। बृजनंदन यादव पूर्वी ठाठा की वर्तमान मुखिया बुलबुल देवी के ससुर थे। 

पंचायत चुनाव में जीत-हार के बाद से ही अनबन

मिली जानकारी के अनुसार दोनों पूर्व मुखिया के बीच पंचायत चुनाव में जीत-हार के बाद से ही अनबन चल रही थी। शनिवार की रात को दोनों गुट अचानक भिड़ गए। पहले बृजनंदन यादव को अमोद के भाई बिनोद यादव ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस बात की जानकारी मिलते ही बृजनंदन के परिजन पहुंचे और उन्होंने अमोद पर गोलियों की बौछार कर दी। अमोद एनएच-31 पर तड़पते रहे पर उन लोगों ने गोली बरसानी बंद नहीं की। जब अमोद की मौत हो गई तब उनकी बंदूकें शांत हुई। 

घटना के बाद दोनों के परिजन हुए फरार
गोलीबारी बंद होने के बाद पुलिस ने दोनों शव को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद एक जीप में दोनों शव को रखकर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर पुलिस दोनों पूर्व मुखिया के घर पहुंची लेकिन तब तक दोनों के परिजन घर छोड़कर फरार हो गए थे। शनिवार को किस बात को लेकर दोनों के बीच झड़प हुई ये किसी को पता नहीं है। इस घटना से इलाके में तनाव गहरा गया है। करीब एक घंटे तक हुई गोलीबारी से पूरा इलाका थर्रा गया। 
 
पड़ोसी हैं दोनों पूर्व मुखिया
बता दें कि दोनों मृतक पूर्व मुखिया एक दूसरे के पड़ोसी हैं। दोनों का घर लगभग 20 मीटर की दूरी पर है। घटना के बाद ठाठा गांव पूरी तरफ से पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। एसडीपीओ आलोक रंजन के नेतृत्व में कई थाने की पुलिस कैंप कर रही है। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है। घटनास्थल से पुलिस ने कई खोखे और देसी कट्टे बरामद किए है। मामले की छानबीन चल रही है। लेकिन दोनों पक्ष के लोग फरार चल रहे हैं।