सार
आरोपी चाचा को अपना कोई बच्चा नहीं था और उसे एक स्थानीय तांत्रिक ने सलाह दी कि वह अपनी संतान की इच्छा पूरा करना चाहता है तो उसको किसी करीबी रिश्तेदार के बच्चे की बलि काली देवी को देनी होगी।
भागलपुर (बिहार). लोग अंधविश्वास के चलते इतना बड़ा गुनाह को अंजाम दे जाते हैं इसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। एक ऐसी ही दिल दहला देनी वाली घटना बिहार में सामने आई है, जहां एक चाचा ने संतान की चाहत में अपने भतीजे की हत्या कर काली देवी को बलि चढ़ा दी।
काली माता को खुश करने के लिए दी भतीजे की बलि
दरअसल, ये दिल दहला देने वाली घटना भागलपुर जिले में रविवार देर रात को घटित हुई है। जिसमें एक युवक ने एक तांत्रिक की सलाह पर अपने 10 साल के भतीजे को इसलिए मार डाला ताकि उस पर काली माता खुश हो जाएं और उसको इसके बदले कोई संतान हो जाए। इसी के चलते उसने भतीजे की बलि दे दी।
तांत्रिक की सलाह पर कर दिया गुनाह
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशिष भारती ने सोमवार को बताया कि आरोपी शिवानंद रविदास का अपना कोई बच्चा नहीं था और उसे एक स्थानीय तांत्रिक विभाष मंडल ने सलाह दी कि संतान की उसकी इच्छा तभी पूरी होगी जब वह किसी करीबी रिश्तेदार के बच्चे की बलि काली पूजा के दिन देगा।
पटाखा खरीदने के बहाने भतीजे को ले गया था साथ
भारती ने बताया कि रविदास अपने भतीजे को पहले से तय एक स्थान पर पटाखा खरीदने के बहाने ले गया और उसका गला रेत दिया। बच्चे का शव मिलने के बाद उसके माता-पिता ने पुलिस में शिकायत की जिसके बाद रविदास और तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया।